मिस्र पर जलवायु परिवर्तन का सबसे ज्यादा असर : मंत्री सुवेलम

समस्याओं का सामना मिस्र पर जलवायु परिवर्तन का सबसे ज्यादा असर : मंत्री सुवेलम

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-12 03:00 GMT
मिस्र पर जलवायु परिवर्तन का सबसे ज्यादा असर : मंत्री सुवेलम
हाईलाइट
  • सहयोग को मजबूत करने का आग्रह

डिजिटल डेस्क, काहिरा। मिस्र के जल संसाधन और सिंचाई मंत्री हानी सुवेलम ने रविवार को कहा कि मिस्र जलवायु परिवर्तन से दुनिया के सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने अहराम ऑनलाइन समाचार वेबसाइट के हवाले से बताया कि मिस्र के मंत्री ने नवंबर में शर्म अल-शेख के लाल सागर रिसॉर्ट शहर में आयोजित होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी27) के 27वें सत्र की मेजबानी करने के लिए मिस्र की तैयारियों पर एक पर्यावरण और विकास मंच के उद्घाटन सत्र के दौरान यह टिप्पणी की।

मंत्री ने कहा कि मिस्र पानी की कमी, उच्च तापमान, कटाव और खारे पानी जैसी समस्याओं का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या में वृद्धि, अस्थिर जल हिस्सेदारी (नील जैसी नदियों से) और जलवायु प्रभावों के कारण कई देशों में पीने, कृषि और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले पानी की कमी हो गई है।

मंत्री ने सभी देशों से अत्यधिक जलवायु से निपटने के लिए सहयोग को मजबूत करने का आग्रह किया है। जल क्षेत्र, खाद्य और कृषि जैसे वैश्विक जलवायु अभियान पर भी जोर दिया है।

मिस्र जल प्रबंधन में सुधार के लिए काफी प्रयास कर रहा है, जिसमें किसानों को बेहतर पानी पहुंचाने के लिए नहरों का पुनर्वास करना शामिल है। सुवेलम ने कहा कि पानी जोड़ना कृषि और खाद्य सुरक्षा में एक प्रमुख तत्व है।

 

आईएएनएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Tags:    

Similar News