अमेरिका के बाद भारत पर मंडराया चीनी जासूसी गुब्बारे का खतरा! अमेरिकी अखबार का बड़ा दावा
चीनी गुब्बारे के निशाने पर भारत अमेरिका के बाद भारत पर मंडराया चीनी जासूसी गुब्बारे का खतरा! अमेरिकी अखबार का बड़ा दावा
- बीते कुछ वर्षों में देश के फ्लोरिडा और टेक्सास समेत कई स्थानों में कम से कम चार गुब्बारे देखे गए हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन के कथित जासूसी गुब्बारे के अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने को लेकर विश्व भर में चर्चा हो रही है। इस बीच कहा जा रहा है कि चीन ने इस तरह के गुब्बारे का उपयोग भारत को निशाना बनाने के लिए किया है। दरअसल, अमेरिका के वाशिंगटन पोस्ट अखबार ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि चाइना ने जापान और भारत समेत अन्य कई देशों के बारे में जानकारी एकत्रित करने और उनके इलाकों की निगरानी अपने जासूसी गुब्बारों के एक बेड़े को संचालित किया है। हालांकि इस विषय पर भारत सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
'द वाशिंगटन पोस्ट' ने 7 फरवरी को प्रकाशित अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि 'गुब्बारे से निगरानी करने की कोशिश के मद्देनजर, जापान, वियतनाम, ताइवान और भारत समेत कई देशों और चीन के रणनीतिक फायदे वाले इलाकों में सैन्य संपत्तियों से संबंधित जानकारी एकत्रित की गई है।' अखबार के मुताबिक यह रिपोर्ट अमेरिकी की खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के इंटरव्यू के आधार पर तैयार की गई है। रिपोर्ट में इन अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि 'चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा संचालित इन जासूसी गुब्बारों को सभी महाद्वीपों में देखा गया है। बता दें कि भारत में भी कुछ समय पहले आसमान में गुब्बारे नजर आने की खबरें वायरल हुई थीं।'
अमेरिकी रक्षा विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने अखबार को बताया कि 'ये गुब्बारे चीन के उन गुब्बारे वाले बेड़ों का हिस्सा हैं जिनका निर्माण अन्य देशों में निगरानी अभियान चलाने के लिए किया गया है। इस तरह के ऑपरेशन चलाकर चीन अन्य देशों की संप्रभुता का उल्लंघन कर रहा है।' रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 'जैसा गुब्बारा पिछले हफ्ते कैरोलाइना के हवाई क्षेत्र में देखा गया है वैसे ही बीते कुछ वर्षों में देश के फ्लोरिडा और टेक्सास समेत कई स्थानों में कम से कम चार गुब्बारे देखे गए हैं।'
बता दें कि कुछ दिनों पहले अमेरिका के हवाई क्षेत्र में एक चीनी गुब्बारे को देखा गया था। अमेरिका ने आरोप लगाया था कि यह चीन का जासूसी गुब्बारा है जो कि अमेरिका की सैन्य संपत्तियों की निगरानी करने के उद्देश्य से भेजा गया है। गुब्बारे को अमेरिकी एयर फोर्स ने अपने लड़ाकू विमान एफ-16 से अटलांटिक महासागर के ऊपर कैरोलाइना तट के पास मार गिराया था। जिसके बाद चीन ने कहा था कि यह कोई जासूसी गुब्बारा नहीं बल्कि मौसम विभाग का गुब्बारा है जिसका उपयोग मौसम संबंधी जानकारी के लिए किया गया था और यह दिशा भटक कर अमेरिकी सीमा में प्रवेश कर गया था।
इस घटना के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने भारत और जापान समेत अपने मित्र देशों को चीनी गुब्बारे से संबंधित जानकारी से अवगत कराया था। अमेरिका की उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन ने 6 फरवरी को इस संबंध में 40 देशों के दूतावासों को भी जानकारी दी थी।