ब्रिटेन के दावे से मचा हड़कंप, पुतिन ने युद्ध का मैदान छोड़कर भागने वाले रूसी सैनिकों को गोली मारने का दिया आदेश
रूस-यूक्रेन युद्ध ब्रिटेन के दावे से मचा हड़कंप, पुतिन ने युद्ध का मैदान छोड़कर भागने वाले रूसी सैनिकों को गोली मारने का दिया आदेश
- रूसी सैनिकों का मनोबल हो रहा कमजोर
डिजिटल डेस्क, लंदन। रूस और यूक्रेन के बीच बीते आठ महीने से जंग जारी है। रूसी सैनिकों की ओर से जारी बमबारी व ड्रोन हमलों के चलते कई इलाके तबाह हो चुके हैं। यहां तक बिजली, पानी व खाद्यान जैसी समस्याएं उत्पन्न हो चुकी हैं। यूक्रेन की तरफ से रूस पर जवाबी कार्रवाई की जा रही है। यूक्रेन के कड़े तेवर देख रूसी सैनिक मैदान छोड़कर भागने लगे हैं। इसी बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जंग का मैदान छोड़कर भागने वाले सैनिकों के खिलाफ ऐलान करते हुए कहा है कि अगर कोई सैनिक ऐसा करता है तो उसे गोली मार दिया जाए। पुतिन के इस आदेश के बाद दुनियाभर में आलोचना हो रही है।
ब्रिटेन का दावा
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि युद्ध के मैदान से जो रूसी सैनिक भाग रहे हैं, उन्हें पुतिन की ओर से सख्त आदेश दिया गया है कि गोली मार दिया जाए। अब माना जा रहा है कि पुतिन अपने ही सैनिकों को नहीं छोड़ेने वाले हैं, जिस पर उन्हें जंग के मैदान में धोखा देने की शंका है। पुतिन के इस आदेश के बाद दुनियाभर में अंदेशा लगाया जा रहा है कि फिलहाल रूसी राष्ट्रपति युद्ध को खत्म करने के मूड में नहीं है।
ब्रिटेन के ओर से दावे में ये भी कहा गया है कि व्लादिमीर पुतिन ने अपने वफादार सैन्य अधिकारियों के नेतृत्व में रूस के कई ब्लॉकिंग यूनिट को यूक्रेन से भागने वाले रूसी सैनिकों पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा है। गौरतलब है कि इसी तरह 1942 में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान रूसी राष्ट्रपति स्टालिन ने बैरियर यूनिट तैनात कर रूसी सैनिकों को एक भी कदम पीछे हटने से रोका था।
रूसी सैनिकों का मनोबल हो रहा कमजोर
लंबे समय से जारी यूक्रेन व रूस के बीच युद्ध अब भी किसी परिणाम पर नहीं पहुंचा हैं। दोनों देशों के शीर्ष नेता झुकने को तैयान नहीं है। यूक्रेन में जारी भयंकर जंग की वजह से तमाम इमारतें, पार्क, स्कूल आदि तबाह हो चुके हैं। रूसी सैनिकों को यूक्रेनी सैनिक कड़ी टक्कर भी दे रहे हैं। ऐसे में रूस के सैनिकों का मनोबल काफी कमजोर हो रहा है।
रूसी कमांडरो से कहा गया है कि जंग से पीछे हटने वालों सैनिकों के खिलाफ हथियार का इस्तेमाल किया जाए। अगर चेतावनी के बाद भी रूसी सैनिक नहीं मानते तो उन्हें गोली मार दिया जाए। रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर में रूस को मिली बड़ी हार और यूक्रेन का फिर से अपने क्षेत्रों पर कब्जा अब रूसी सैनिकों के मनोबल को कमजोर कर रखा है।