कोरोना और बम साइक्लोन के बाद अमेरिका पर छाया बर्ड फ्लू का संकट, डब्ल्यूएचओ ने जारी किया अलर्ट
अमेरिका पर गहराया बर्ड फ्लू का संकट कोरोना और बम साइक्लोन के बाद अमेरिका पर छाया बर्ड फ्लू का संकट, डब्ल्यूएचओ ने जारी किया अलर्ट
- अमेरिका में प्राकृतिक आपदा का दौर जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में फैले बर्ड फ्लू ने पूरी दूनिया की चिंता बढ़ा दी है। डब्ल्यूएचओ ने भी इसे लेकर अलर्ट जारी करते हुए कहा कि इंसानों को बर्ड फ्लू को लेकर सतर्क हो जाना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, एच5एन1 वायरस धीरे-धीरे बर्ड्स से होकर इंसानों में प्रवेश कर रहा है। ऐसे में कुछ केसेज आने के बाद सभी देश के वैज्ञानिक चिंतित हैं। लोगों के जहन में यह सवाल तेजी से उठ जा रहा है कि क्या कोरोना महामारी के बाद अब इंसानों के लिए अगला खतरा बर्ड फ्लू होने वाला है। बता दें कि, इस वक्त अमेरिका में इतिहास का सबसे बड़ा बर्ड फ्लू फैला हुआ है।
बर्ड फ्लू ने अमेरिका की बढ़ाई चिंता
पिछले साल दिसंबर माह में कोरोना और बम साइक्लोन की वजह से अमेरिका में बड़ी सख्या में लोगों ने अपनी जान गंवाई है। ऐसे में अचानक आई बर्ड फ्लू ने अमेरिकी नागरिकों की परेशान बढ़ा दी है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स बोस्टन के वायरोलॉजिस्ट निकोला हिल बताती है कि बर्ड फ्लू की चपेट में आने वाली प्रजातियों की संख्या अनगिनत है। इस बीमारी ने अमेरिका में अपना व्यापक स्वरूप ले लिया है। यहां पर बर्ड फ्लू से तकरीबन 60 मिलियन मुर्गियां प्रभावित हुई हैं।
यह बीमारी तेजी से अमेरिका के 50 राज्यों में जंगली पक्षियों को अपना निशाना बना रही है। निकोला आगे कहती हैं कि अमेरिका में इससे पहले कभी भी इतनी ज्यादा प्रजातियों में इस बीमारी का असर नहीं देखा गया। अमेरिका में ऐसा पहली बार हो रहा है, इससे वन जीव प्रभावित हो सकते हैं। धीरे-धीरे इस बीमारी का संक्रमण स्तनपायी जीवों, भालूओं, सील्स, लोमड़ियों, यहां तक कि पानी में रहने वाले जीव डॉल्फिन्स मे भी तेजी से फैल रहा है।
डब्ल्यूएचओं के महानिदेशक ने कही ये बातें
डब्ल्यूएचओं के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घ्रेब्रेयसस ने बताया कि वह इस बीमारी के फैलने का खतरा इंसानों में कम देखते हैं। लेकिन उनका मानना है कि भविष्य में एच5एन1 के स्ट्रेन में किसी तरह का बदलाव आता है तो यह इंसानों के लिए खतरा पैदा कर सकता है। बता दें कि पहले भी इंसानों में व्यापक रूप से बर्ड फ्लू फैल चुका है और जिस तरह के ताजा हालात अमेरिका में है, उससे एक्सपर्ट्स भी चिंतित है।