बिलावल भुट्टो ने इमरान पर वोटिंग में देरी कर सैन्य हस्तक्षेप का लगाया था आरोप
पाकिस्तान राजनीतिक संकट बिलावल भुट्टो ने इमरान पर वोटिंग में देरी कर सैन्य हस्तक्षेप का लगाया था आरोप
- बिलावल ने स्पीकर से अदालत के आदेशों का पालन करने की मांग की थी
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान में देरी करके और संवैधानिक संकट पैदा करने के लिए देश के राजनीतिक मामलों में सैन्य हस्तक्षेप की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने ये टिप्पणी शनिवार को पीएम खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बुलाए गए महत्वपूर्ण नेशनल असेंबली (एनए) सत्र के दौरान की।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, सदन को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा कि एनए अध्यक्ष अदालत की अवमानना कर रहे हैं और संविधान को निरस्त करने वाला काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ ने एक आदेश दिया है और दिन के आदेश के अलावा कोई एजेंडा नहीं उठाया जा सकता है। बिलावल ने कहा कि 3 अप्रैल को उनके मंत्री ने संविधान के हनन के साथ पीएम, राष्ट्रपति और उप-अध्यक्ष को फंसाया है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, उन्होंने आगे कहा, यह उनकी साजिश है कि या तो चुनाव सुधारों के बिना चयन होने दिया जाए या इतना बड़ा संकट पैदा किया जाए कि इसका परिणाम तानाशाही और सैन्य शासन में हो। वे लोकतंत्र को समाप्त करना चाहते हैं क्योंकि जब तक यह मौजूद है, इमरान खान की राजनीति को नहीं बचाया जा सकता है। बिलावल ने स्पीकर से अदालत के आदेशों का पालन करने की मांग की, जिसमें उन्हें चेतावनी दी गई थी कि उन्हें अदालत की अवमानना पर अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान में यह पहली बार नहीं है कि किसी स्पीकर के फैसले को अदालत ने खारिज कर दिया है। अतीत में भी, उसी कुर्सी पर बैठे एक स्पीकर ने एक फैसला सुनाया था, जिसे बाद में स्वत: संज्ञान नोटिस के माध्यम से हटा दिया गया था। अदालत ने 3 अप्रैल की प्रक्रिया पूरी करने और मतदान करने का आदेश दिया है।
(आईएएनएस