अफगानिस्तान में अफरातफरी के बीच अमेरिकी सैनिक ने अफगान के बच्चे को थामा था, तस्वीर के आगे की कहानी जानकर रह जाएंगे हैरान
सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी तस्वीर अफगानिस्तान में अफरातफरी के बीच अमेरिकी सैनिक ने अफगान के बच्चे को थामा था, तस्वीर के आगे की कहानी जानकर रह जाएंगे हैरान
- बच्चे के गायब होने के बाद माता-पिता थे परेशान
- सोहेल अहमदी 19 अगस्त 2021 को गायब हुआ था
डिजिटल डेस्क, काबुल। पिछले साल 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद वहां पर अफरातफरी मच गई थी। लोग डर के मारे देश छोड़कर भागने को मजबूर हो गए थे। काबुल एयरपोर्ट पर इतनी भीड़ जमा हो गई थी कि लग रहा था पूरे अफगान के नागरिक उतर आएं है। लोगों के मन में तालिबान को लेकर डर था, लोग रो रहे थे, सभी लोग कट्टरपंथी तालिबान के अत्याचार से परिचित थे। खासकर अफगान महिलाएं तालिबान के आतंक से काफी डरी हुई थी। अफगानिस्तान में अराजकता का माहौल था।
काबुल एयरपोर्ट पर लोगों के प्लेन पर चढ़े होने की तस्वीरें आप सभी ने देखी थी। इसी दौरान 2 माह का सोहेल अहमदी 19 अगस्त 2021 को गायब हो गया था। सोहेल की एक तस्वीर भी जमकर वायरल हुई थी और खूब सुर्खियां बटोरीं थी। उस तस्वीर में देखा जा सकता था कि बाऊंड्री के ऊपर लगे कटीले तार के ऊपर से परिजन बच्चे को अमेरिको सैनिकों को सौंप रहे हैं। करीब पांच माह तक सोहेल अपने माता-पिता से बिछड़ा रहा, उस दिन वह काबुल एयरपोर्ट से बचाव अभियान के तहत विमान से अमेरिका जा रहा था। लेकिन वह अपने माता-पिता से बिछड़ गया था।
हालांकि सोहेल को लेकर उसके परिजन काफी परेशान थे और पता लगा रहे थे कि बच्चा कहां हैं? बता दें कि बीते साल नवंबर माह में समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने इस बच्चे के बारे में एक खबर प्रकाशित की थी। जिसमें सामने आया था कि यह बच्चा एक टैक्सी ड्राइवर के पास है, जिसका नाम हामिद सैफी है। सैफी को यह बच्चा एयरपोर्ट पर मिला था। जिसके बाद सैफी अपनी घर ले गया था, सैफी के तीन बेटियां हैं। सैफी ने बताया था कि जब उन्हें यह बच्चा मिला तो सोचे थे कि इसका पालन-पोषण करेंगे और जब यह बड़ा हो जाएगा और इसके परिजन मिलेंगे तो उन्हें हम सौंप देंगे। सैफी ने बच्चे का नाम मोहम्मद आबेद रखा था। अब सोहेल को उनको दादा को सौंप दिया है। बता दें कि सोहेल के कुछ परिजन काबुल में रहते हैं।
टैक्सी ड्राइवर बच्चे को नहीं देना चाहता था
बता दें कि पहले टैक्सी ड्राइवर सैफी ने बच्चे को देने से मना कर दिया था। बाद में रेडक्रॉस की मदद ली गई तथा मामला तालिबान पुलिस के पास पहुंचा जिसमें अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। हालांकि टैक्सी ड्राइवर ने अपहरण के आरोपों से इंकार कर दिया। बाद में पुलिस की मदद से दोनों पक्षों का सुलह-समझौता करवाया और सैफी को एक लाख अफगानी करेंसी मुआवजा दिया गया क्योंकि उसने करीब पांच माह तक बच्चे की देखभाल की थीा
बच्चे के पिता सिक्योरिटी की नौकरी कर रहे थे
आपको बता दें कि सोहेल के पिता मिर्जा अली अहमदी काबुल में मौजूद दूतावास में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहे थे और उनकी पत्नी सूराया बच्चे के गायब होने के बाद काफी परेशान थी। अहमदी ने बताया कि पांच मीटर दूर से अमेरिकी सैनिक को अपना बच्चा सौंपा था, लेकिन आधे घंटे बाद जब उन्होंने सोहेल को तलाशा तो कहीं नहीं मिला। हालांकि अमेरिका बचाव अभियान के तहत अहमदी अमेरिका के टेक्सास पहुंच गए थे। लेकिन उनको यह जानकारी नहीं थी कि उनका बेटा कहां है? फिलहाल सोहेल अपने दादा के पास और जल्द अपने माता-पिता से भी मिलेगा।