10 साल के युद्ध के बाद बढ़ती पीड़ा का सामना कर रहे सीरियाई
रिपोर्ट 10 साल के युद्ध के बाद बढ़ती पीड़ा का सामना कर रहे सीरियाई
- 2011 में सीरिया में सशस्त्र संघर्ष छिड़ गया और फिर पूर्ण युद्ध में बदल गया
डिजिटल डेस्क, जिनेवा। एक दशक से भी अधिक समय से चले आ रहे युद्ध के चलते सीरियाई लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और वे काफी अधिक पीड़ा से गुजर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की ताजा रिपोर्ट में ये चेतावनी दी गई है।
सीरिया पर यूएन इंडिपेंडेंट इंटरनेशनल कमीशन ऑफ इंक्वायरी द्वारा जारी 50 पन्नों की रिपोर्ट में बुधवार को कहा गया कि, सीरिया में लाखों लोग पीड़ित हैं और विस्थापन शिविरों में मर रहे हैं, जबकि संसाधन कम होते जा रहे हैं और सहायता देने वाले भी हाथ खड़े कर रहे हैं।
आयोग के अध्यक्ष पाउलो पिनहेइरो ने कहा, सीरिया लड़ाई में वापसी नहीं कर सकता, लेकिन लगता है कि ऐसा होना संभव नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार, जो इस साल 1 जनवरी से 30 जून की अवधि को कवर करती है, सीरिया के उत्तर में लड़ाई लगातार चल रही है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया है कि, संयुक्त राष्ट्र के नवीनतम अनुमानों से पता चलता है कि 1 मार्च, 2011 से 31 मार्च, 2021 के बीच, सीरिया में 306,887 नागरिकों की जान चली गई है। इसका मतलब है कि पिछले एक दशक से हर दिन औसतन 83 नागरिक संघर्ष में मारे गए हैं।
2011 में सीरिया में सशस्त्र संघर्ष छिड़ गया और फिर पूर्ण युद्ध में बदल गया।
हाल के वर्षों में, सीरियाई सरकार और उसके विपक्ष के प्रतिनिधिमंडलों ने जिनेवा में कई दौर की शांति वार्ता की है लेकिन समाधान अभी तक नहीं मिला है।
(आईएएनएस)
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