चीन: फूज्यान प्रांत में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की अस्थाई सेंटर की बिल्डिंग ढही, 70 दबे 37 को बाहर निकाला
चीन: फूज्यान प्रांत में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की अस्थाई सेंटर की बिल्डिंग ढही, 70 दबे 37 को बाहर निकाला
- 147 बचावकर्मी राहत और बचाव कार्य में जुटे
- 80 कमरों वाली होटल की बिल्डिंग के मलबे में करीब 70 लोग दबे
- हादसा स्थानीय समयानुसार शाम करीब साढ़े सात बजे हुआ
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन में वायरस के कहर के बीच एक दर्दनाक हादसे की खबर है। यहां के पूर्वी प्रांत फूज्यान के चिनझोऊ शहर में शनिवार को एक होटल की बिल्डिंग ढह गई। बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग को कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए अस्थाई सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। 80 कमरों वाली होटल की बिल्डिंग के मलबे में करीब 70 लोगों के दबे होने की सूचना है। इनमें से रेस्क्यू टीम ने करीब 37 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। बताया जा रहा है कि हादसे में कुछ लोगों की मौत होने की भी आशंका भी है। हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है।
सरकारी अखबार चाइना डेली के मुताबिक करीब 70 लोग अब भी इमारत के मलबे में फंसे हुए हैं। हादसा स्थानीय समयानुसार शाम करीब साढ़े सात बजे हुआ और बचाव एवं राहत कार्य अभी भी जारी है। रिपोर्ट में कहा गया कि कोरोनो वायरस की रोकथाम और नियंत्रण के दौरान प्रांत में आए लोगों का पता लगाने और उनके इलाज के लिए इस होटल का इस्तेमाल किया जा रहा था। यहां उन लोगों को रखा गया था जो इस वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आए थे।
147 बचावकर्मी जुटे रेस्क्यू कार्य में
मौके पर करीब 147 बचावकर्मियों को रेस्क्यू के लिए भेजा गया है। माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफार्म विबो पर इसका वीडियो भी जारी किया गया है। इसमें रेस्क्यू में लगे कर्मचारी एक महिला को मलबे से निकालकर एंबुलेंस में भेज रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि बिल्डिंग के ढहने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। बता दें कि बीते साल दिसंबर से चीन के वुहान शहर में कोरोनावायरस फैला था और इसकी वजह से दुनियाभर में अब तक करीब 3500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बढ़ाया था कोरोनावायरस का जोखिम स्तर
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछले सप्ताह इस वायरस से जोखिम के स्तर को बढ़ाकर अधिकतम स्तर तक कर दिया था। इसके कारण दुनियाभर के 90 से ज्यादा देश प्रभावित हुए हैं और शेयर बाजारों पर भी इसका असर पड़ा है।