अमेरिका में 47 लोगों पर कोविड महामारी के दौरान धोखाधड़ी का आरोप
कोविड-19 अमेरिका में 47 लोगों पर कोविड महामारी के दौरान धोखाधड़ी का आरोप
- झूठी कागजी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिकी अभियोजकों ने अब तक की सबसे बड़ी कोविड-19 राहत धोखाधड़ी योजना के संबंध में 47 लोगों पर आरोप लगाया है, संदिग्धों पर एक सरकारी सहायता कार्यक्रम से 25 करोड़ डॉलर की चोरी करने का आरोप लगाया गया था, जो स्वास्थ्य संकट के दौरान जरूरतमंद बच्चों के भोजन के लिए था।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि यह अब तक की सबसे बड़ी साजिश थी। न्याय विभाग (डीओजे) के अनुसार, संदिग्धों पर उन बच्चों के लिए भोजन के बिल जारी करने का आरोप है जो मौजूद नहीं थे।
कहा जाता है कि प्रतिवादियों ने मिनेसोटा गैर-लाभकारी संगठन, फीडिंग अवर फ्यूचर के कर्मचारियों को कई नकली वितरण साइटों को प्रायोजित करने के लिए रिश्वत दी थी। डीओजे ने कहा कि इन साइटों ने बनने के कुछ ही दिनों या हफ्तों के भीतर एक दिन में हजारों बच्चों को भोजन परोसने का दावा किया। लेकिन वे इसके बजाय फर्जी बच्चों के नाम का उपयोग करके झूठी कागजी कार्रवाई कर रहे थे।
विभाग ने कहा कि आरोपी ने इस पैसे का इस्तेमाल लग्जरी कारों के साथ-साथ अमेरिका, केन्या और तुर्की में संपत्ति खरीदने और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के लिए फंडिंग के लिए किया। बीबीसी ने बताया कि संदिग्धों पर वायर फ्रॉड, मनी लॉन्ड्रिंग और रिश्वतखोरी सहित कई आरोप हैं। हालांकि, फीडिंग अवर फ्यूचर ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है।
संगठन के संस्थापक एमी बॉक के वकील ने बीबीसी को बताया, हमने पहले दिन से ही अपनी बेगुनाही बरकरार रखी है। अभियोग आपराधिक प्रक्रिया की शुरुआत है। बताया गया कि मार्च में डीओजे ने 1,000 से अधिक आपराधिक मामले सामने लाए थे और बताया कि 1.1 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था और कई नागरिकों पर 6 अरब डॉलर से अधिक की ऋण धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया।
आईएएनएस
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