ड्रैगन की एक और नापाक करतूत: अरुणाचल प्रदेश में 30 स्थानों के फिर बदले नाम, भारत ने दिया करारा जबाव

  • चीन ने बदले अरुणाचल प्रदेश में कई जगहों के नाम
  • चीनी भाषा में लिखे नाम
  • भारत ने जताया विरोध

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-01 19:19 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पड़ोसी देश चीन अपनी नापाक करतूतों से बाज नहीं आ रहा है। वह आए दिन ऐसा कुछ करता है जिससे दोनों देशों के बीच सीमाई विवाद सुलझने की जगह और बिगड़ जाता है। ताजा मामला पूर्वोत्तर अरुणाचल प्रदेश का है। जहां एलएसी समेत 30 जगहों के नए नामों की लिस्ट चीन ने जारी की है। वहीं भारत के विदेश मंत्रालय ने चीन के इन दावों को खारिज करते हुए अरुणाचल प्रदेश का भारत का अभिन्न हिस्सा बताया है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब पड़ोसी मुल्क ने भारतीय इलाके में स्थित स्थानों पर अपना दावा जताते हुए उनके नाम बदले हैं। इससे पहले भी वो ऐसी हरकत कर चुका है। साल 2017, 2021 और 2023 में भी उसके द्वारा राज्य के क्रमश: 6, 15 और 11 स्थानों के नाम बदले गए थे।

चीन ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश में तथाकथित मानकीकृत नामों की एक सूची जारी की है। जिसमें राज्य की 30 जगहों का नाम बदला है। जिन जगहों के नाम में परिवर्तन किया है वो हैं - 12 पहाड़, चार नदी, एक झील, एक पहाड़ी दर्रा, 11 आवासीय इलाके और एक जमीन का टुकड़ा। चीन ने इन जगहों के नाम चीनी भाषा में लिखे हैं।

भारत ने दिया करारा जवाब

चीन के इस दावे को भारत ने खारिज करते हुए अरुणाचल प्रदेश को देश का अभिन्न हिस्सा बताया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, 'अगर आज मैं आपके घर का नाम बदल दूं तो क्या वह मेरा हो जाएगा? अरुणाचल प्रदेश भारत का राज्य था, है और हमेशा रहेगा। नाम बदलने से कोई असर नहीं पड़ता। हमारी सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात है।'

इससे कुछ दिनों पहले ही भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा था, "अरुणाचल प्रदेश मामले पर हमारी स्थिति बार-बार बहुत स्पष्ट की गई है। हाल ही में, हमने इस संबंध में एक बयान भी जारी किया है। चीन जितनी बार चाहे अपने निराधार दावों को दोहरा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं होने वाला है। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। "

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