भारत में वापसी: मुइज्जू का सपना हुआ पूरा, मालदीव से 25 सैनिकों का बैच भारत के लिए निकला

  • राष्ट्रपति मुइज्जू की पूरी हुई मनोकामना
  • 25 सैनिकों का बैच भारत के लिए हुआ रवाना
  • मालदीव सरकार ने जारी की डेडलाइन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-12 15:33 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। भारत सरकार ने मालदीव से अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरु कर दिया है। मालदीव के लोकल मीडिया ने एक रिपोर्ट पब्लिश की है। इसमें बताया गया है कि कुछ दिनों पहले मालदीव के भारत विरोध राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने एक बयान जारी किया था। द्विपीय देश के राष्ट्रपति का बयान सामने आने के बाद भारत ने मालदीव से अपने सैनिकों को वापस बुलाने का आदेश दिया था। वहीं, इस बारे में मालदीव के अखबार मिहारू ने एक खबर प्रकाशित की है। जिसके मुताबिक, मालीदव में रविवार को अड्डू स्थित दक्षिणी एटोल में तैनात 25 भारतीय सैनिकों भारत के लिए रवाना हो गए हैं। फिलहाल, दोनों देशों ने आधिकारिक रूप से इस पर पुष्टि नहीं है।

मालदीव सरकार ने जारी की डेडलाइन

बता दें, हाल ही में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने भारत को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। मुइज्जु ने कहा था कि मालदीव में भारत का एक भी सैन्यकर्मी 10 मई के बाद से सादा कपड़ो में नजर नहीं आएगा। वहीं, कुछ दिनों भारतीय असैन्य टीम हल्के हेलीकॉप्टर का संचालन कार्य करने वाले सैन्यकर्मियों के स्थान पर मालदीव पहुंची थी। तब इस दौरान राष्ट्रपति ने भारत को लेकर टिप्पणी की थी। बता दें, राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों के पहले बैच को 10 मार्च तक भारत पहुंचने की डेडलाइन तय की थी। मुइज्जु ने अपने इस फैसले को बड़ी सफलता बताया है। हालांकि, उन्होंने कहा है कि भारत के खिलाफ हमारी सरकार के इस निर्णय को लेकर झूठी और बेबुनियादी खबरों का प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुइज्जु सरकार के इस फैसले को गलत तरह से पेश किया जा रहा है।

मालदीव ने श्रीलंका के साथ किया समझौता

मालदीव के राष्ट्रपति का रुख चीन के समर्थन में रहा है। बीते दिनों चीन से निशुल्क सैन्य सहायता पाने के लिए समझौते पर दस्तख्त किए थे। वहीं, राजधानी दिल्ली में दोनों पक्षों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक भी हुई थी। बैठक में मालदीव के विदेश मंत्रायल ने कहा था कि मालदीव में 10 मार्च से पहले भारत अपने सैन्यकर्मियों को बदल देगा। द्विपीय देश से भारतीय सैनिकों के वापसी की प्रकिया 10 मार्च तक पूरी हो जाएगी। इससे पहले मालदीव में भारत के 88 सैन्यकर्मी तैनात थे, जो वहां 2 हेलीकाप्टर और 1 विमान का संचालन कर रहे थे। भारत के इन सैनिकों की मदद से कई चिकित्सा बचाव और मानवीय सहायता से जुड़े मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। हालांकि, अब मालदीव ने चिकित्सा बचाव मिशन के लिए श्रीलंका के साथ डील साइन की है। ऐसे में मालदीव सरकार अपने देश से भारतीय सैनिकों निकालने पर अड़ा हुआ है।

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