ऐतिहासिक संबंधों की दुहाई: मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के बदले तेवर, गणतंत्र दिवस पर भारत को दी बधाई

  • भारत के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना
  • भारत के लोगों और सरकार को बधाई दी
  • कई दिनों से भारत और मालदीव के संबंध तनावपूर्ण

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-26 13:08 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय गणतंत्र दिवस के मौके पर मालदीव से अच्छी खबर आई। मालदीव राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में मुइज्जू ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए दोनों देशों के बीच के संबधों और आपसी सम्मान पर जोर दिया। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने दोनों देशों के बीच के संबंधों की दुहाई दी है। मालदीव की ओर से जारी बयान में कहा है कि भारत के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना करते हुए मालदीव के लोगों और सरकार की ओर से भारत के लोगों और सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मालदीव और भारत की दोस्ती सदियों पुरानी है।

आपको बता दें मालदीव और भारत के बीच संबंधों में तनाव तब से आना शुरु हो गए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप की तस्वीरों पर माले सरकार के तीन मंत्रियों ने अनुचित टिप्पणी की। उसके बाद से भारतीय लोगों, अभिनेताओं, व्यापारियों ने मालदीव का विरोध कर वॉकआउट किया। कई पर्यटनों ने मालदीव जाने की यात्रा को रद्द कर दिया। ट्रैवल एजेंसियों ने टिकट कैंसिल कर दिए थे। विवाद बढ़ता गया और भारत और मालदीव के संबंध और तनावपूर्ण होते जा रहे है। इसी मुइज्जू ने चीन दौरे से वापसी आने के बाद भारतीय सेना के लौटने की बात कही, उसके बाद हाल ही में मालदीव सरकार ने अपने इकॉनोमिक जोन में चीनी जहाजों को ठहरने की अनुमति दी है। जिसका विरोध वहां कि विपक्षी पार्टी कर रही है। मालदीव की दोनों प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने मुइज्जू सरकार के भारत विरोधी रुख पर चिंता जताई है।

मालदीव की दोनों विपक्षी पार्टियां खुलकर भारत के समर्थन में आ गई हैं। मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और द डेमोक्रेट्स ने मुइज्जू सरकार को इंडिया के विरोध में बताते हुए चिंता व्यक्त की। दोनों दलों का माले सरकार से कहना है कि लंबे समय से हमारे सहयोगी और समर्थित देश का विरोध करना मालदीव के लिए नुकसानदायक है। मालदीव सरकार ने हाल ही में चीनी जहाज को अपने बंदरगाह पर रुकने की अनुमति दी।

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