सुक्खा दुनेके की पूरी कहानी: खालिस्तान के नाम पर आतंक बरपाने वाला सुक्खा दुनेके कौन था, डॉक्टर बनते बनते कैसे बन गया दुनिया का बड़ा दहशतगर्द?
- सुक्खा पर थे हत्या के कई मामले
- फर्जी दस्तावेजों के जरिए भागा था कनाडा
- खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह का था दाहिना हाथ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। खालिस्तानी समर्थक सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके कनाडा में मारा गया। यूं तो सुक्खा एक गैंगस्टर ही था लेकिन हाल ही में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा में जारी तनाव के बीच उनकी मौत को काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि उसे खालिस्तानी आतंकी गैंगस्टर अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला का दाहिना हाथ माना जाता था। वहीं सुक्खा का नाम हाल ही में एनआईए द्वारा जारी उन 43 लोगों की सूची में भी था जिन पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था। बता दें कि बीते कुछ दिनों में कनाडा में ऐसे कई गैंगस्टर मारे गए हैं जो खालिस्तान समर्थक थे।
40 साल के सुक्खा पर कनाडा के विनिपिंग में 15 राउंड की गोलियां दागी गईं, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक सुक्खा के हत्यारों का पता नहीं चल पाया है लेकिन माना जा रहा है कि उनकी विरोधी गैंग ने इस वारदात को अंजाम दिया है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट के मुताबिक जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने सुक्खा की हत्या कराई है।
कौन था सुक्खा दुनेके?
पंजाब के मोगा के दुनेके कलां गांव का रहने वाला सुक्खा दुनेके का असली नाम सुखदूल सिंह था। बाद में गांव के नाम पर उसने अपना नाम रख लिया था। सिर्फ 17 साल की उम्र में ही सुक्खा ने अपराध की दुनिया में कदम रख लिया था। जबकि उसके पिता उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे और इसके लिए वह उसे अमेरिका पढ़ने के लिए भी भेजना चाहते थे। लेकिन सुक्खा का मन पढ़ने में जरा भी नहीं लगता था।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सुक्खा के रिश्तेदार ने बताया कि उसके पिता नायब सिंह की साल 1989 में आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसकी मां ने ही उसकी परवरिश की थी। पिता की मौत के बाद सुक्खा को आतंकवाद पीड़ित कोटा नीति के तहत ग्रुप-4 की सरकारी नौकरी मिल गई थी। वह मोगा के डीसी कार्यालय में भी काम कर चुका था लेकिन उसने यह नौकरी केवल 3-4 साल ही की थी।
सुक्खा के रिश्तेदार ने बताया कि जमीन से जुड़े मामले में उस पर पहली बार हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हुआ था। साल 2017 में पुलिस की सहायता से जाली दस्तावेज बनवाकर कनाडा भागने से पहले उस पर 7 संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे।
सुक्खा पर थे हत्या के कई मामले
सुक्खा पर पंजाब में हत्या समेत कई अन्य संगीन मामले दर्ज थे। कुछ मामलों में उसे फरीदकोट के जेल में भी रहना पड़ा था। इसके साथ कई मामले में उस हथियार और शूटर उपलब्ध कराने के भी आरोप लगे। उसके बंबीहा जैसी खतरनाक गैंगों से संबंध भी थे। 2017 में कनाडा पहुंचने के बाद भी उसने भारत के कई राज्यों हथियारों और ड्रग्स की स्मगलिंग भी कराई। इसके साथ ही वह जबरन वसूली और रंगदारी जैसे अपराधों में भी शामिल था। पिछले साल जून में लुधियान पुलिस में एक जबरन वसूली रैकेट का भंडाफोड़ किया था, जिसका मास्टरमाइंड सुक्खा ही था।