आतंक से पुतिन की तुलना: जो बाइडेन ने हमास की तुलना रूस के राष्ट्रपति पुतिन से की, बताया दोनों को लोकतंत्र का हत्यारा
- इजरायल-हमास में महाजंग जारी
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन की तुलना हमास से की
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। इजरायल-हमास युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने हमास की तुलना रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से करते हुए कहा कि, दोनों ही लोकतंत्र के दुश्मन हैं और देश में डेमोक्रेसी को नष्ट करने पर तुले हुए हैं। साथ ही बाइडेन ने ये भी कहा है कि वो अमेरिकी संसद में इजरायल और यूक्रेन की मदद के लिए फंडिंग देने की सिफारिश करेंगे।
राष्ट्रपति ने ये सारी बाते ओवल ऑफिस से अमेरिका को संबोधित करते हुए कही। बाइडेन ने शुक्रवार (20 अक्टूबर) को कहा कि, हमास और पुतिन आतंक का चेहरा हैं दोनों ही आतंक और अत्याचार अलग-अलग खतरों का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन वे दोनों पड़ोसी लोकतंत्र को पूरी तरह से तबाह करने में लगे हुए हैं। बाइडेन ने विश्व युद्ध का खतरा को बताते हुए कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय आक्रामकता जारी रही तो दुनिया के अन्य हिस्सों में भी संघर्ष और अराजकता फैलने की संभावना है।
यूक्रेन और इजरायल की मदद के लिए फंडिंग
अपने संबोधन में यूक्रेन और इजरायल की मदद को लेकर बाइडेन ने कहा कि यह वैश्विक नेता के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका के भविष्य के लिए एक निवेश है, जो कई पीढ़ियों तक अमेरिकी सुरक्षा को लाभ देगा। बाइडेन आगे कहते हैं कि अमेरिका का नेतृत्व ही दुनिया को एक साथ लाने का काम करता है। अमेरिकी मूल्य हमें एक ऐसा भागीदार बनाते हैं जिसके साथ अन्य देश काम करना चाहते हैं।
निर्दोष की मौत पर दुखी है अमेरिका- बाइडेन
देश को संबोधित करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि, अमेरिका की पहली प्राथमिकता है कि वो हमास से अपने नागरिकों की रक्षा करे, जो हमास आतंकियों द्वारा कैदी बनाए गए हैं। बाइडेन फिलिस्तीन के राष्ट्रपति का जिक्र करते हुए कहा कि, मैंने फिलिस्तीनी अथॉरिटी के राष्ट्रपति अब्बास से भी बात की और दोहराया कि संयुक्त राज्य अमेरिका फिलिस्तीनी लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए खड़ा है। फिलिस्तीन में आम लोगों की मौत से अमेरिका दुखी है। हम हर निर्दोष की जान जाने पर दुख जताते हैं।
फिलिस्तीन की मदद करेंगा अमेरिका
उन्होंने आगे कहा कि, इजरायल और मिस्र के नेताओं के साथ बातचीत हुई है। जिसके दौरान गाजा में फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए संयुक्त राष्ट्र से मानवीय सहायता के लिए बात की और इसकी पहली खेप को लेकर हमें कामयाबी भी मिल गई है। अमेरिका ने फिलिस्तीन की मदद करने का एलान किया है।