इजराइल-हमास युद्ध: इजराइल का बड़ा दावा, डेढ़ दशक बाद हमास का कब्जा खत्म, गाजा छोड़ भाग रहे हैं आतंकवादी
- इजराइल-हमास में जंग जारी
- इस युद्ध में अब तक हजारों लोगों ने गवाई अपनी जान
डिजिटल डेस्क, येरुशलम। इजराइल-हमास युद्ध जारी है, गाजा में इजराइली हमलों से अब तक 11,240 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें 4630 बच्चे शामिल हैं। एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे युद्ध के बाद इजराइली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि हमास ने गाजा से अपना नियंत्रण खो दिया है।
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइली रक्षा मंत्री ने हमास से युद्ध को लेकर कहा, "जिस गाजा पर हमास ने 16 साल तक कब्जा कर रखा था, अब उस पट्टी पर नियंत्रण खो दिया है। हमास के आतंकवादी दक्षिण की ओर भाग रहे हैं। हमास के ठिकानों को नागरिक लूट रहे हैं।" बिना किसी तथ्य को दिखाए रक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि, गाजा में हमास सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा है नागरिक इनकी सरकार पर विश्वास नहीं जता पा रहे हैं।
जंग का केंद बना अल-शिफा अस्पताल
गाजा में स्थित अल-शिफा अस्पताल पिछले कुछ दिनों से जंग का केंद बना हुआ है। इजराइल पर आरोप लग रहे हैं कि जानबूझकर वो इस हॉस्पिटल को अपना निशाना बना रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सके। लेकिन इजराइल ने इस बात को सिरे से नकराते हुए कहा है कि, वो अस्पताल के आस-पास स्थित हमास के लड़ाकों को निशाना बना रहा है न कि हॉस्पिटल को, इजराइल का ये भी दावा है कि अस्पताल के नीचे हमास अपना कमांड सेंटर चला रहा है।
हॉस्पिटल में कितने लोग मौजूद?
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, इजराइल के हवाई हमलों से अस्पताल के तीन नर्सों की मौत हो गई है। हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अल शिफा अस्पताल पर हमले की वजह से समय से पहले जन्मे 6 बच्चों की मौत हो गई है। मंत्रालय ने बच्चों के मौत की वजह ईंधन और बिजली की कमी बताया, जो इजराइली हमलों के कारण से हुआ है।
हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अस्पताल के अंदर कम से कम 2300 लोग हैं। जिनमें 650 मरीज हैं। 200 से 500 के बीच अस्पताल के कर्मचारी हैं, जबकि 1500 लोग विस्थापित लोगों ने अस्पताल में शरण ले रखी है। जबकि हॉस्पिटल में करीब 30 नवजात बच्चे भी हैं। इन बच्चों को अल शिफा अस्पताल के डॉक्टरों ने मिस्र ले जाने की अपील की है, ताकि इनका सही से इलाज हो सके।