हमास-इजरायल युद्ध: सीजफायर खत्म होते ही गाजा पर कहर बनकर टूटी इजरायली सेना, दो दिन में 700 की मौत
- सीजफायर के बाद इजरायल ने गाजा पर किए ताबड़तोड़ हमले
- उत्तर-दक्षिण दोनों दिशाओं से लगातार हमले कर रही इजरायल सेना
- अब तक 15 हजार फिलिस्तीनियों की मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच 7 दिनी सीजफायर (युद्धविराम) खत्म होते ही गाजा पट्टी में फिर मौत तांडव करने लगी है। 1 दिसंबर को जैसे ही दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम का समझौता टूटा इजरायल ने गाजा पर ताबड़तोड़ हमले करने शुरू कर दिए। 2 और 3 दिसंबर में इजरायल द्वारा गाजा पर इतने हवाई हमले किए गए कि दो दिनों में ही मरने वालों का आंकड़ा 700 पहुंच गया। न्यूज एजेंसियों के अनुसार इजरायल सेना गाजा में उत्तर-दक्षिण दोनों दिशाओं से लगातार हमले कर रही। ऐसी स्थिति में लोगों का यहां रहना दूभर हो गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में इजरायली सेना के चीफ के हवाले से कहा गया कि उनकी सेना दोनों दिशाओं से हमले कर रही है। उन्होंने बताया कि हमला केवल आसमान से नहीं बल्कि जमीन के रास्ते भी हो रहा है। बता दें कि 7 अक्टूबर से दोनों देशों के बीच यह युद्ध जारी है। जिसमें इजरायल के हमले में अब तक 15 हजार फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में आम लोगों के साथ मेडिकल स्टॉफ के 280 मेंबर भी शामिल हैं।
गाजा में शरण लेने लायक जगह नहीं
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के मुताबिक, वर्तमान में गाजा में ऐसा कोई इलाका नहीं बचा जहां शरण ली जा सके। आयोग ने बताया कि गाजा के जाबालिया इलाके में इजरायल ने एक 6 मंजिला इमारत पर हवाई हमला किया। इस इमारत में सैंकड़ों शरणार्थी थे। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक करीब 18 लाख लोग (गाजा की कुल आबादी का 75 प्रतिशत हिस्सा) अब तक यहां से पलायन कर चुके हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह लोग बहुत बुरी कंडीशन में रहने के लिए मजबूर हैं। इन्हें न पेट खाना मिल रहा है और न ही सर ढंकने के लिए छत।
बता दें कि सीजफायर के खत्म होने के बाद इजरायल की तरफ से हमास को पूरी तरह से खात्मा करने की बात कही गई है। उसने कहा है कि हमास को कम आंकना हमारी गलती होगी। वह हमारे अस्तित्व के लिए खतरा है, इसलिए हम उसे जड़ से खत्म करना चाहते हैं।