इजराइल-हमास युद्ध:: हमास से युद्ध के बीच आईडीएफ को मिली बड़ी सफलता! गाजा के यूएन हेडक्वार्टर के नीचे मिली खूफिया सुरंग
- चार महीने से जारी है इजारइल-हमास की जंग
- सैन्य ऑपरेशन के दौरान आईडीएफ को मिली बड़ी कामयाबी
- इजराइल ने जारी किया बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइल और हमास के बीच जंग दिन ब दिन भयावह होती जा रही है। इस युद्ध में अब तक 28,000 से ज्यादा नागरिकों की मौत हो चुकी हैं। इससे गाजा शहर में रहने वाले एक चौथाई लोग भूखमरी से भी जूझ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजराइली रक्षा बल (आईडीएफ) ने गाजा में आतंकी संगठन हमास के खूफिया अड्डे का पता चला है। दरअसल, आई़डीएफ को सैन्य ऑपरेशन के दौरान गाजा स्थित यूएन हेडक्वार्टर के नीचे हमास की नई सुरंग मिली है। बताया जा रहा है कि सरंग के अंदर स्टील की कई तिजोंरिया और आलीशान कमरें भी हैं। इसके अलावा एक हाईटेक रूम भी मौजूद है। इजराइली सेना के मुताबिक, यह सुरंग फिलिस्तीनियों के लिए मुख्य राहत एजेंसी के हमास के शोषण का प्रमाण है।
यूएन हेडक्वार्टर के नीचे मिली सुरंग
इस बात की जानकारी आईडीएफ की ओर से रविवार के दिन दी जारी की गई। आईडीएएफ ने बताया कि हमास की इस सुरंग में आतंकियों से जुड़ी कई चीजों पाई गई हैं। इस दौरान आईडीएफ ने गाजा में यूएनआरडब्ल्यूए (फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी) के नीचे सुरंग मिलने की पुष्टि की है। इजराइली सेना ने दावा के साथ कहा कि इसी सुरंग के जरिए फिलस्तीनी नागरीकों को मिलने वाली रसद हमास तक भेजी जा रही थी।
वहीं, इजराइल पर फिलिस्तीनियों ने आरोप लगाया है कि उसने यूएनआरडब्ल्यूए का अपमान करने के लिहाज से गलत जानकारी फैलाई है। यह संस्थान गाजा पट्टी में लगभग 13000 नागरिकों को रोजगार देने का काम कर रहा है। साथ ही कई सालों से मदद पर आश्रित फिलिस्तीनियों के लिए जीवन रेखा बना हुआ है। बता दें, कई समय से गाजा शहर में यह एजेंसी स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य क्लीनिक समेत अन्य सामाजिक सेवाएं संचालित करती है। साथ ही, सहायता वितरित भी करता है। यूएनआरडब्ल्यूए ने दावा किया है कि वह यहां पर मानवीय सहायता मुहैया कराने के लिए पूर्ण तौर पर अपनी गतिविधियों का संचालन करता है। इजराइली रक्षा बल ने कहा कि वह सुरंग को लेकर मामले की जांच में जुट गए हैं।
बता दें, गाजा शहर के उत्तरी क्षेत्र में यूएनआरडब्ल्यूए का कार्यलय स्थित है। इस जगह को इजराइली सैनिकों और टैंकों ने जंग के प्रारंभ में हमास के इस ठिकाने पर कब्जा कर लिया था।
सुरंग को लेकर किए कई खुलासे
आईडीएफ ने जानकारी दी कि इस सुरंग की लंबाई 700 मीटर है और 18 मीटर गहरी है। यह सुरंग दो हिस्सों में बंटी हुई है। यह अंदर से दिखने में कमरों की तरह लगती है। यहं पर कई सारी स्टील की तिजोरियां भी हैं। जिसे सैन्य कार्रवाई के चलते खाली कर दिया गया है। इसके अलावा यहां पर टाइल से बनी टॉयलेट भी है। सुरंग में एक कमरा भी मिला है जो एक कंप्यूटर सर्वर से लैस है।