हेलिकॉप्टर क्रैश: ईरान ने रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद अमेरिका से मांगी थी मदद! विदेश मंत्रालय ने बताई मदद नहीं करने की वजह

  • प्लेन क्रैश के बाद ईरान ने अमेरिका से मांगी थी तत्काल मदद
  • इस वजह से नहीं मदद कर पाया अमेरिका
  • संवेदना जताते हुए कही कड़वी बातें

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-21 08:44 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अजरबैजान के पास पहाड़ी जंगलों में हेलीकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो गई। दुर्घटना में राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन समेत 9 लोगों की जान चली गई। प्लेन क्रैश होने के बाद करीब 17 घंटे चले बचाव कार्य के बाद ईरान ने दुर्घटना में राष्ट्रपति के मौत की पुष्टि की थी। रईसी की मौत के बाद कई देशों ने संवेदना जताई। इस बीच ईरान के कट्टर दुश्मन अमेरिका ने भी संवेदना जाहिर की, साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि रविवार को रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद ईरान ने अमेरिका से मदद मांगी थी। हेलिकॉप्टर क्रैश के पीछे कई कॉन्सपिरेसी थ्योरी भी सामने आई हैं, जिनमें अमेरिका या उसके मित्र देश इजरायल का प्लेन क्रैश में भूमिका होने की बात कही जा रही है।

क्यों नहीं मदद कर पाया अमेरिका?

अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "ईरानी सरकार ने हमसे मदद मांगी थी। हम मदद को राजी हो गऐ थे। ऐसी स्थिति में हम किसी भी सरकार की मदद के लिए तैयार रहते हैं। लेकिन लॉजिस्टिक कारणों से हम मदद करने में असमर्थ थे।" मिलर ने दोनों देशों के बीच क्या बात-चीत हुई इसका खुलासा नहीं किया, लेकिन उन्होंने इस बात का संकेत दिया कि ईरान रईसी के हेलिकॉप्टर को खोजने में अमेरिका से तत्काल मदद चाहता था।

रईसी की मौत पर अमेरिका ने जताया संवेदना

अमेरिका के विदेश विभाग ने ईरानी राष्ट्रपति, विदेश मंत्री समेत 9 लोगों की मौत पर बयान जारी कर आधिकारिक संवेदना जताई है। बयान में उन्होंने कहा, " जैसा कि ईरान ने एक नए राष्ट्रपति को चुन लिया है। हम ईरानी जनता, मानवधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्ष की खातिर समर्थन देते हैं।" अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रईसी की मौत पर संवेदना व्यक्त की और कहा कि यह रईसी को समर्थन देना नहीं है, जिन्होंने जज रहते हुए राजनीतिक कैदियों को सामूहिक फांसी देने में अहम भूमिका निभाया था। साथ ही जिन्होंने महिलाओं के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए कार्रवाई की थी।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने ईरानी राष्ट्रपति के मौत पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि रईसी एक ऐसे व्यक्ति थे जिनके हाथों पर बहुत लोगों के खून लगे हुए थे। वे जघन्य दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार हैं। किर्बी ने रईसी की मौत पर सांत्वना जताते हुए कहा कि किसी अन्य मामले की तरह हम जीवन के नुकसान पर खेद जाहिर करते हैं और आधिकारिक संवेदना व्यक्त करते हैं।

हादसे के पीछे हो सकता है अमेरिका या इजरायल का हाथ!

1979 के इस्लामिक क्रांति के बाद से ईरान और अमेरिका के बीच रिश्तों में दरार आ गई थी। अमेरिका का दोस्त इजरायल भी ईरान का कट्टर दुश्मन माना जाता है। ऐसे में रईसी की मौत पर कई कॉन्सपिरेसी थ्योरी सामने आ रही है। कुछ के हिसाब से रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश के पीछे इजरायल के खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ बताया जा रहा है। वहीं कुछ के हिसाब से इसके पीछे अमेरिका की भूमिका होने की बात की जा रही है।

अमेरिका के खिलाफ दी जा रही कॉन्सपिरेसी थयोरी को खारिज करते हुए अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा, "रईसी के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है। यह एक स्पष्ट और सरल तथ्य है। हादसे के कई कारण हो सकते हैं जैसे हेलिकॉप्टर में खराबी आ जाना, पायलट की गलती या फिर और कुछ।"

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