कनाडा में बेरोजगारी: दूसरे देश से आए लोगों को नौकरी मिलना हुआ मुश्किल, चौंकाने वाली रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, कई भारतीय भी हुए बेरोजगार
- कनाडा में हो रहा है रहना मुश्किल
- नौकरियों की हो रही है समस्या
- कनाडा में बढ़ रहे हैं अपराध
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। अधिकांश भारतीयों के लिए कनाडा एक ड्रीमी शहर की तरह है। कई सारे लोग यहां पढ़ने से लेकर नागरिकता पाने तक का सपना लेकर आते हैं। क्योंकि ऐसा करने से कनाडा में रहने का एक आसान रास्ता मिल जाता था। ये चीजें कनाडा को एक सपनों का शहर जैसा बनाती थीं। यहां भारतीय एक आरामदायक और हाई फाई जीवन जीने का आनंद लेने का सपना लेकर आता था। अपने सपनों को पूरा करने के लिए बीते कुछ सालों में बड़ी संख्या में भारतीयों ने कनाडा जाना चुन लिया था। लेकिन अब इस देश में रहना गले के फंदे जैसा हो गया है। प्रॉपर्टी की उंची कीमतें, नौकरियों की कमी और बढ़ते अपराधों के चलते कनाडा एक बुरे सपने में बदलने लगा है। जिसके चलते कनाडा से रिवर्स माइग्रेशन को प्रोत्साहित किया है।
परेशानियों का करना पड़ रहा है सामना
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा में सबसे बड़ी परेशानी जिसका लोगों को सामना करना पड़ रहा है वो है नौकरियां। कनाडा में नौकरियां कम होती जा रही हैं। अस्थायी निवासी और अभी कुछ समय पहले आए लोगों के लिए काम पाना एक बड़ी समस्या बन गया है। ब्लूमबर्ग की एक हालिया रिपोर्ट कहती है कि जून में अस्थायी निवासियों के लिए बेरोजगारी दर 11 प्रतिशत थी। आपको बता दें कि पिछले पांच वर्षों में आए प्रवासियों को भी अच्छी नौकरी पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जून में बेरोजगारी दर बढ़ कर 12.6 फीसदी तक पहुंच गया। स्कॉटियाबैंक के अर्थशास्त्री डेरेक होलट का कहना है कि बेरोजगारी दर की बढ़त में अस्थायी निवास श्रेणी का सबसे बड़ा योगदान है। कनाडा में रिकॉर्ड जनसंख्या वृद्धि जीडीपी तो बढ़ा रहा है लेकिन साथ ही जीवन जीना भी कठिन होता जा रहा है। इससे सबसे ज्यादा परेशानियां युवा पीढ़ी और अप्रवासियों को उठानी पड़ रही हैं।
आवास का संकट भी बढ़ता जा रहा है
कनाडा में हाउसिंग अफोर्डेबिलिटी यानी घरों की कमी की समस्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसा अप्रवासियों की बढ़ती संख्या के चलते हो रहा है। अप्रवासियों की संख्या उपलब्ध घरों से कहीं आगे निकल चुकी है। जिसके चलते रहने में भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि उच्च ब्याज दरों ने इस संकट को और ज्यादा बढ़ा दिया है। साथ ही नौकरियां भी लोगों को नहीं मिल रही हैं।
बढ़ रहा है दिन पर दिन अपराध
जहां कनाडा में लोगों को नौकरी और घर की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, कनाडा में अपराध भी बढ़ता नजर आ रहा है। टोरंटो पुलिस सेवा ने हाल ही में कहा कि, टोरंटो में पिछले साल घरों में चोरी के लिए सेंधमारी में 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई। साथ ही कनाडा की आपराधिक खुफिया सेवा के अनुसार, 2022 और पिछले साल के बीच कनाडा में पहचाने गए आपराधिक संगठनों की संख्या में लगभग एक तिहाई की वृद्धि हुई है। संघीय एजेंसी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि जांच के बाद करीब 638 की सूची में करीब 205 नए संगठित अपराध ग्रुप शामिल हुए हैं। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि खालिस्तानी आतंक और अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट से जुड़ी पंजाबी अप्रवासियों के गिरोह भी कनाडा में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
कनाडा से वापसी
इन सब मुश्किलों को देखते हुए कनाडा से लोग वापस जाने लगे हैं। इमिग्रेशन ने कनाडा की आबादी को पिछले कई सालों में सबसे ज्यादा बढ़ाया है। लेकिन पिछले साल दिसंबर में रॉयटर्स ने रिपोर्ट किया था कि धीरे-धीरे इसमें बदलाव आ रहा है। आधिकारिक डेटा के अनुसार, 2023 के पहले छह महीनों में लगभग 42000 लोगों ने कनाडा छोड़ दिया। वहीं 2022 में 93,818 लोगों ने कनाडा से अलविदा लिया था और 2021 में 85,927 लोगों ने कनाडा छोड़ दिया था।