द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा: 'शिक्षा, अवसर, उद्यमियों और नवाचार में भारत और अमेरिका...!', बाइडेन की सलाहकार नीरा टंडन ने भारत-अमेरिका पर की चर्चा

  • 7वें यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम का हुआ आयोजन
  • बाइडेन की घरेलु नीति सलाहकार नीरा टंडन हुई शामिल
  • अमेरिका और भारत के संबंधों पर की चर्चा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-18 11:29 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 7वें यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की घरेलु नीति सलाहकार नीरा टंडन शामिल हुई। इस दौरान उन्होंने पूर्व अमेरिकी राजदूत टिम रोमर से बातचीत में भारत-अमेरिका की द्विपक्षीय रिश्तों पर बातचीत की। नीरा टंडन ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध के निर्माण और मजबूती के लिए भारतीय अमेरिकियों ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आज भारत और अमेरिका के रिश्तों को इस मुकाम तक पहुंचाने में प्रवासी समुदाय का बड़ा योगदान है।

भारत और यूस पर नीरा टंडन ने कहा, "मैं वाकई मानती हूं कि आज अमेरिका और भारत के रिश्ते जिस मुकाम पर हैं, उसे बनाने में प्रवासी समुदाय ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है.' उन्होंने कहा, 'व्यापार क्षेत्र के दिग्गजों ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। बात सिर्फ आज की नहीं है, अतीत के ऐसे क्षण जब अमेरिका और भारत के बीच वास्तव में संबंध तनावपूर्ण थे तब भी इन्होंने रिश्ते को बेहतर बनाने में मदद की।"

नीरा टंडन ने कही ये बात 

इस दौरान उन्होंने कहा भारत के संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब भी दिया। नीरा टंडन ने कहा, "भारत, अमेरिका को किस तरह देखता है, इसका सीधा संबंध अमेरिका द्वारा भारतीयों के साथ किए जाने वाले व्यवहार से है। जैसे-जैसे हम प्रगति कर रहे हैं, यह मौलिक रूप से उतना ही जरूरी हो जाता है।"

इसके अलावा नीरा टंडन ने कहा कि बीते कई दशकों पहले जब उन्होंने व्हाइट हाउस में पहली बार काम करना शुरू किया था। तब उसकी तुलना में आज राष्ट्रपति बाइडन के शासनकाल में यहां पर बड़े स्तर पर भारतीय-अमेरिकी लोगों की बढ़ोतरी हुई है।

अमेरिकी-भारतीय सबसे ज्यादा - नीरा टंडन

नीरा टंडन ने कहा, "मैंने अपना करियर व्हाइट हाउस में बिल क्लिंटन के दौर में शुरू किया था। उस दौरान राष्ट्रपति के पूरे कार्यकारी कार्यालय में मुट्ठी भर भारतीय-अमेरिकी थे। आज मैं इतने सारे नेताओं के बीच होने के लिए बहुत भाग्यशाली महसूस करती हूं कि राष्ट्रपति के सहायकों में काफी भारतीय-अमेरिकी मौजूद हैं।"

उन्होंने कहा, ''कई कंपनियों के शीर्ष पदों पर भारतीय-अमेरिकी हैं, कांग्रेस में भारतीय-अमेरिकी हैं, हमारे पास रिकॉर्ड संख्या में भारतीय-अमेरिकी हैं। कांग्रेस में हमारे पांच सदस्य हैं और नवंबर के बाद शायद इनकी संख्या और बढ़ेगी।'' नीरा टंडन ने कहा कि भारत और अमेरिका शिक्षा, अवसर, उद्यमियों और नवाचार के मूल्यों को साझा करते हैं।

Tags:    

Similar News