घबराया ड्रैगन: भारतीय नौसेना के काउंटर प्लान से उड़ी ड्रैगन की नींद, बोला - 'भारत हमारा दुश्मन नहीं'
- भारत को आंख दिखाने वाले चीन ने मारी पलटी
- समुद्र भारतीय सेना की बढ़ती ताकत से घबराया
- भारत को बताया दोस्त
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पड़ोसी देश चीन अक्सर उकसावे वाली हरकतों को अंजाम देता रहता है ऐसे में भारतीय सेना भी उसके हर नापाक मंसूबों पर पानी फेरने के लिए तैयार रहती है। हाल ही में समुद्र में उसकी बढ़ती शक्ति पर विराम लगाने के लिए भारतीय नौसेना ने भी अपना काउंटर प्लान तैयार किया है। जिसके बाद चीन घबरा गया है। दरअसल, चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में कहा गया है कि यदि भारत उसे उकसाता नहीं है तो उसकी अपने पड़ोसी देश से कोई दुश्मनी नहीं है। अखबार में यह बात चीनी सेना के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के हवाले से कही गई है।
नया एयरक्राफ्ट तैयार कर रहा भारत
ग्लोबल टाइम्स की इस खबर में भारतीय नेवी के आगे के प्लान का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय जल सेना पर आई ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में जिक्र किया गया था कि इंडियन नेवी हिंद महासागर में चीन की बढ़ती ताकत का सामना करने के लिए अब अपनी ताकत में इजाफा कर रहा है। इसके तहत वह पहली बार हिंद महासागर में पट्रोलिंग करने के लिए अपने दो से तीन विमानवाहक पोत उतारने की योजना बना रहा है। बता दें कि भारतीय जलसेना के पास अपने दो विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत मौजूद हैं। इसके अलावा वह एक और पोत बना रहा है, जिसका वजन करीब 45 हजार करोड़ टन है। खबरों के मुताबिक कोच्चि के शिपयार्ड में बनाया जाने वाला यह एयरक्राफ्ट 2030-31 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
ग्लोबल टाइम्स ने चीन के रक्षा विशेषज्ञ के हवाले से बताया कि दुनिया के बहुत से देश स्वंय ही एयरक्राफ्ट कैरियनर नहीं बना सकते, लेकिन यदि भारत के पास इतनी क्षमता है तो उसे ऐसा बिल्कुल करना चाहिए। विशेषज्ञ ने आगे कहा कि यदि भारत अपनी ताकत में इजाफा चीन को निशाना बनाने के लिए कर रहा है तो इससे उसकी छोटी सोच प्रदर्शित होगी।
भारत हमारा दुश्मन नहीं
ग्लोबल टाइम्स में रक्षा विशेषज्ञ के हवाले से कहा गया कि 'हमारी नीति रक्षात्मक है। यदि भारत हमें उकसाता नहीं है तो हमारी उससे कोई दुश्मनी नहीं है।' इसके साथ ही भारत के साथ चल रहे सीमा विवाद पर अपना बचाव करते हुए चीन के रक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में हमारी उपस्थिति किसी को डराने-धमकाने की नहीं बल्कि हमारा उद्देश्य सुरक्षा, व्यापारिक सहयोग और मानवीय सहयोग को बढ़ाना है।