ढेर हुआ भारत के दुश्मन: उधमपुर हमले का मास्टरमाइंड और आतंकी हाफिज सईद का राइटहैंड पाकिस्तान में ढेर, अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से भूना

  • एक के बाद एक खत्म हो रहे भारत के दुश्मन
  • इससे पहले भी पाकिस्तान में कई आतंकी बन चुके हैं निशाना
  • उधमपुर और पांपेर हमले का मास्टरमाइंड था हंजला

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-06 12:08 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के एक और दुश्मन का खात्मा हो गया है। पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हंजला अदनान की हत्या हो गई है। वह 2015 में जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में हुए हमले का मास्टरमाइंड था। बता दें कि इस हमले में बीएसएफ के दो जवानों की मौत हो गई थी, जबकि 13 लोग घायल हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के कराची में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।

हाफिज सईद का था करीबी

मरने वाला आंतकी हंजला अदनान मोस्ट वांटेड आतंकी और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद का बेहद करीबी था। स्थानीय खबरों के मुताबिक उसकी हत्या 2 और 3 दिसंबर की रात के दरमियान उसके घर के बाहर हुई, जहां अज्ञात बंदूकधारियों ने उसे गोली मार दी थी।

इंडिया टुडे के मुताबिक, हंजला को इस हमले में चार गोलियां लगी। जिसके बाद पाकिस्तान की सेना उन्हें गुपचुप तरीके से अस्पताल ले गई। जहां 5 दिसंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बता दें कि हंजला पहले रावलपिंडी में रहता था, वहीं से ही वो अपनी सारी साजिशें रचता था। उसने कुछ दिन पहले ही अपना ऑपरेशन बेस रावलपिंडी से कराची शिफ्ट किया था।

उधमपुर हमले का था मास्टरमाइंड

हंजला अदनान पर आरोप था कि उसने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमले की साजिश रची थी। साल 2015 में हुए इस आतंकी हमले में बीएसएफ के 2 जवान शहीद हो गए थे जबकि अन्य 13 घायल हो गए थे। पिछले 8 सालों से इस हमले की जांच एनआईए कर रही है। इस हमले के अलावा हंजला ने साल 2016 में जम्मू-कश्मीर के पंपोर इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले का कॉर्डिनेशन भी किया था। बता दें कि इस हमले में 8 जवान शहीद जबकि 22 गंभीर रूप से घायल हुए थे।

एक के बाद एक खत्म हो रहे भारत के दुश्मन

यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में भारत के दुश्मन को इस तरह से निशाना बनाया हो। इससे पहले भी मुफ्ती कैसर फारूक, खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजवड़, एजाज अहमद अहंगर, बशीर अहमद पीर जैसे खतरनाक आतंकियों का खात्मा भी अज्ञात हमलावरों द्वारा किया गया।

इससे पहले पाकिस्तान में एक और मोस्टवांटेड खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे की भी हत्या हुई थी। जानकारी के मुताबिक उसकी मौत कुछ समय पहले दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। अचानक हुई उसकी मौत पर भी सवाल खड़े हुए थे। कहा गया था कि उसकी मौत स्वाभाविक नहीं बल्कि साजिश का हिस्सा थी। बता दें कि आतंकी रोडे को साल 1985 में भारत द्वरा आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। वह खालिस्तानी आतंकी भिंडारवाले का भतीजा था। 

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