पाकिस्तान में टारगेट किलिंग के पीछे भारत: ब्रिटिश अखबार ने लगाया बड़ा आरोप, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया प्रोपेगेंडा
- ब्रिटिश अखबार द गार्जियन का बड़ा दावा
- पाकिस्तान में टारगेट किलिंग करा रहा भारत
- भारतीय खूफिया एजेंसी के स्लीपर सेल दे रहे अंजाम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटिश अखबार 'द गार्जियन' ने अपनी एक रिपोर्ट में भारत पर बड़ा आरोप लगाया है। अखबार के मुताबिक पाकिस्तान में लंबे समय से हो रही लोगों की हत्या के लिए भारत जिम्मेदार है। वह पड़ोसी मुल्क में टारगेट किलिंग कर रहा है। अखबार के इस आरोप पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि टारगेट किलिंग करना भारत की विदेश नीति में शामिल नहीं है। उन्होंने आरोपों को झूठा बताते हुए इसे भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा बताया।
क्या है रिपोर्ट में?
द गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, "भारतीय और पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स ने 'द गार्जियन' को बताया कि भारत सरकार ने विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों को खत्म करने की रणनीति के तहत पाकिस्तान में कई लोगों की हत्या की।" अखबार ने आगे लिखा, "दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) के खुफिया अधिकारियों के साथ हुए इंटरव्यू और पाकिस्तानी जांचकर्ताओं से मिले डॉक्यूमेंट्स से साफ पता चलता है कि कैसे भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी (RAW) ने 2019 के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कथित तौर पर विदेशों में हत्याएं करना शुरू किया। रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) को सीधे तौर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऑफिस कंट्रोल करता है। मोदी इस महीने तीसरे कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।"
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान द्वारा जो दस्तावेज शेयर किए गए हैं उमनें 5 से 7 मामलों से जुड़े सबूत हैं। जिनमें गवाहों की बयान, गिरफ्तारी के रिकॉर्ड, पासपोर्ट और सोशलमीडिया चैट शामिल हैं। हत्या के मामलों की जांच कर रहे पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि इन सबूतों से इस बात का पता चलता है कि पाकिस्तान में हुई इस टारगेट किलिंग के पीछे भारत का हाथ है। हालांकि अखबार ने इन दस्तावेजों को सत्यापित नहीं किया है।
पुलवामा हमले के बाद रॉ करवा रहा हत्याएं
रिपोर्ट में कहा गया, "2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद से भारतीय खुफिया एजेंसी RAW ने 20 हत्याएं करवाईं। इन सभी को भारत अपना दुश्मन मानता था। भारत पर हाल ही में कनाडा और अमेरिका में सिखों की हत्या के आरोप लगे। इसके बाद यह पहली बार है जब किसी भारतीय इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने पाकिस्तान में चलाए जा रहे भारतीय ऑपरेशन पर बात की।" अखबार की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों से यह भी पता चलता है कि रॉ के इस आपरेशन के तहत खालिस्तानी अलगाववादियों को भी कनाडा समेत अन्य पश्चिमी देशों में निशाना बनाया गया।
हत्याओं के पीछे भारतीय स्लीपर सेल
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने भारत पर आरोप लगाए कि उसके खुफिया विभाग के स्लीपर सेल ने ये हत्याएं की हैं। रिपोर्ट में कहा गया, "पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने बताया कि हत्याएं UAE में रहने वाले भारतीय खुफिया विभाग के स्लीपर सेल ने की। 2023 में हत्याओं के मामले बढ़े क्योंकि ये स्लीपर सेल लोकल क्रिमिनल या गरीब पाकिस्तानियों को हत्या करने के लिए लाखों रुपए देते हैं। 2023 में 15 लोगों की हत्या की गई। इन सभी को अज्ञात हमलावरों ने करीब से गोली मारी।"
द गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया, "एक भारतीय इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने हमें बताया कि इस तरह के ऑपरेशन को करने में सरकार के अप्रूवल की जरूरत होती है। भारत को ऐसा करने के लिए इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद और रूसी सुफिया एजेंसी केजीबी से प्रेरणा मिली। दोनों एजेंसियों को विदेशी धरती पर हत्याओं से जोड़ा जाता है।"
बता दें कि बीते 1 साल में पाकिस्तान में भारत के 8 मोस्ट वांटेड मारे जा चुके हैं। ये आतंकी हैं - मसूद अजहर का करीबी मौलान रहीम उल्लाह तारिक, लश्कर का पूर्व कमांडर अकरम, ख्वाजा शाहिद, शाहिद लतीफ, रियाज अहमद, मौलाना जियाउर रहमान, परमजीत सिंह पंजार और बशीर अहमद पीर।