चीन के कोयला खदान में बड़ा हादसा, घातक विस्फोट के चलते 11 लोगों की हुई मौत, दर्जनों हुए गंभीर रूप से घायल
डिजिटल डेस्क, भोपाल। चीन के शानक्सी प्रांत से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां कोयला की खदान में अचानक धमाका होने से 11 लोगों की मौत हो गई। इस खबर की सूचना चीन की सरकारी मीडिया द्वारा दी गई है। सरकारी मीडिया के मुताबिक, यह भीषण हादसा 21 अगस्त की रात यानान शहर के पास स्थित जिनताई कोयला खदान में 8 बजकर 26 मिनट पर हुई थी।
इस हादसे की जानकारी चीन के सरकारी टेलीविजन 'सीसीटीवी' ने दी है। नगरपालिका आपातकालीन प्रबंधन ब्यूरो के मुताबिक, यह धमाका काफी तीव्र था। इस धमाके की आवाज सुनते ही खदान के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग काफी सहम गए थे। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तेज धमाके की वजह से कुछ इमारतों के कांच भी टूट गए थे।
घटना की जानकारी देते हुए सीसीटीवी ने बताया कि जब यह भीषण हादसा हुआ था तब खदान में 90 लोगों मौजूद थे। जिसमें से ज्यादातर लोग सुरक्षित बाहर निकल गए थे। लेकिन 9 लोग खदान के अंदर फंस गए और उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। घटना के दौरान आस-पास के इलाकों में हड़कप का माहौल था। घटना में दो लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे। जिनको अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
हादसे में दर्जनों लोग हुए घायल
जानकारी के मुताबिक, इस दर्दनाक हादसे में दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिन्हें उपचार के लिए घटनास्थल के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गनीमत रही कि घायल लोगों में से किसी की भी जान नहीं गई। साथ ही, सभी घायल खतरें से बाहर हैं। इस मामले के संदर्भ में नगरपालिका आपातकालीन प्रबंधन ने बताया कि कोयला खदान में हुए ब्लास्ट को लेकर जांच जारी है।
साल 2023 की ये दूसरी घटना
इससे पहले भी इसी साल ठीक ऐसा ही हादसा फरवरी माह में मंगोलिया देश के उत्तरी इनर इलाके में घटित हुआ था। जहां कोयला खदान के ढ़हने के चलते दर्जनों लोग की मौत हो गई थीं। वहीं, दर्जनों गाड़ियां पहाड़ के मलबे के नीचे आकर तहस नहस हो गई थीं। मंगोलिया देश के अधिकारियों ने इस दर्दनाक हादसे में जान गवाने वाले लोगों की संख्या की पुष्टि महीनों तक नही की थीं। फिर जून माह में सिर्फ इतना घोषित कर दिया गया कि हादसे में करीब 53 लोगों की मौत हुई है।
चीन में कोयल खदान से जुड़ी दर्दनाक घटना दिसंबर माह के शुरूआती दिनों में साल 2022 में घटित हुई थी। जहां खदान में अचानक मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ने से 23 लोगों की जान चली गई थी।