भारत विरोधी प्रस्ताव: कनाडा के सांसद में पेश किया गया भारत विरोधी प्रस्ताव, दोनों देशों के संबंधों पर पड़ेगा असर!
- कनाडा सांसद में भारत विरोधी प्रस्ताव पेश
- देश की व्यवस्था में दखल देने का आरोप
- दोनों देशों के रिश्ते में आएगी गिरावट?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कनाडा की संसद में भारत विरोधी प्रस्ताव लाया गया है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी के सांसद सुख धालीवाल ने यह निजी प्रस्ताव वहां की सांसद में पेश किया है। इस प्रस्ताव में भारत पर वहां की व्यवस्था में दखल देने का आरोप लगाया गया है, जिसके चलते दोनों देश के संबंध और खराब हो सकते हैं। खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के रिश्ते में खटास पैदा हुई थी। ताजा मामला भी हरदीप सिंह निज्जर से ही जुड़ा हुआ है।
कनाडाई सांसद में पेश किए गए प्रस्ताव में कहा गया है, "कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की देश के अंदर ही एक धार्मिक स्थान पर हत्या हो गई थी। इसमें भारत सरकार का हाथ सामने आया था।" प्रस्ताव में आगे कहा गया है, "इन उदाहरणों से पता चलता है कि कनाडा में दूसरे देशों की ओर से धमकी और दखल देने की कोशिश हो रही है। भारत, चीन, रूस, ईरान और कुछ अन्य देश ऐसा कर रहे हैं।" बता दें 12 फरवरी को यह प्रस्ताव पेश किया गया था जिसे 6 अन्य भारतीय मूल के सांसदों ने समर्थन दिया है।
लिबरल पार्टी के ही दूसरे सांसद ने किया विरोध
कनाडाई सांसद में पेश किए गए भारत विरोधी निजी प्रस्ताव का जस्टिन ट्रूडो के लिबरल पार्टी के ही एक अन्य सदस्य ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है। सांसद चंद्र आर्य ने प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि इस संबंध में कोई सबूत पेश नहीं किया गया है। इसके अलावा हमारी न्यायिक व्यवस्था में भी कोई आरोप तय नहीं हुआ है। चंद्र आर्य ने कहा कि इस तरह आरोप लगाने और प्रस्ताव पारित करने से संकट की स्थिति पैदा होगी और भारत के साथ कनाडा का रिश्ते निर्णायक तौर पर खराब हो सकते हैं। भारत विरोधी प्रस्ताव से आने वाले दूसरे खतरे के बारे में आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव मंजूर होता है तो भारत और हिंदू विरोधी उस कैंपेने को और ताकत मिलेगी जिसे बाकायदा कुछ लोगों की तरफ से फंडिंग दी जा रही है।
अब तक कोई सबूत नहीं दे पाया है कनाडा
कनाडा के सरे में 18 जून, 2023 को खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की एक गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद कनाडाई प्रधानमंत्री ने हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया था। ट्रूडो ने कहा था कि भारत के इशारे पर ही निज्जर की हत्या की घई थी और इस घटना में भारतीय एजेंट शामिल थे। भारत शुरू से ही कनाडा के इन आरोपों को खारिज करता आया है। भारत ने कनाडा से आरोपों के जवाब में सबूत मांगे। हालांकि, कनाडा अब तक निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता से जुड़ा एक भी साक्ष्य देने में असफल रहा है।