अशोक स्तंभ के शेरों की तरह बैठे चीतों का खुला राज, मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क की नहीं है फोटो
फैक्ट चेक अशोक स्तंभ के शेरों की तरह बैठे चीतों का खुला राज, मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क की नहीं है फोटो
डिजिटल डेस्क, मध्य प्रदेश। पिछले साल नाबिमिया के बाद अब दोबारा से साउथ अफ्रीका से 12 चीते मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में लाए गए हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर तीन चीतों की एक फोटो खूब वायरल हो रही है। इस वायरल फोटो में तीन चीते एक-दूसरे के साथ इस तरह सिर मिलाकर खड़े हैं जिससे भारत के राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ में मौजूद सिहों की तरह दिखाई दे रहे हैं।
क्या हो रहा है वायरल?
इस वायरल फोटो को एक फेसबुक यूजर ने शेयर करते हुए लिखा कि, ''ये देखो कमाल। एमपी के कुन्हो अभ्यारण से ये ताजा तस्वीर आई है। ये वो चीते हैं जिन्हे मोदी जी नामीबिया से लाए हैं। कैसे भारत के प्रतीक अशोक वाले तीन शेरों की तरह बैठे हैं। गजब की ट्रेनिंग दी गई है। मोदी है तो मुमकिन है।" इसके बाद से ही इस फोटो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह फोटो कूनो नेशनल पार्क की है।
क्या है वायरल फोटो की सच्चाई?
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस फोटो की जांच करने पर हमने पाया कि आपस में सिर जोड़कर बैठ तीन चीतों की यह फोटो कूनो नेशनल पार्क की नहीं है। कूनो नेशनल पार्क ही नहीं बल्कि यह फोटो भारत की भी नहीं हैं। यह फोटो केन्या की है जिसे ब्रिटेन के फोटोग्राफर पॉल गोल्डस्टेन ने पिछले साल जनवरी में केन्या के मासाई मारा नेशनल पार्क में खींचा था।
कैसे पता चली सच्चाई?
इस वायरल फोटो की सच्चाई पता करने के लिए हमने गूगल इमेज टूल का यूज किया। जिसके बाद हमें इस फोटो से जुड़े कुछ रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स के अनुसार यह फोटो वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर पॉल गोल्डस्टेन द्वारा केन्या में खींची गई थी। जबकि यह फोटो हमें गोल्डस्टेन के फेसबुक पेज पर भी मिला। जिसे पिछले साल 25 जनवरी को अपलोड किया गया था। जबकि कूनो नेशनल पार्क में चीते पिछले साल सितंबर में आए थे। इससे यह साबित हो गया कि यह दावा झूठा है।