Fake News: क्या सड़क पर बचा हुआ खाना खा रहा ये व्यक्ति यूपी का है ?
Fake News: क्या सड़क पर बचा हुआ खाना खा रहा ये व्यक्ति यूपी का है ?
डिजिटल डेस्क। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है। जिसमें एक व्यक्ति सड़क पर पड़ा हुआ खाना खाते हुए दिख रहा है। दावा किया जा रहा है कि व्यक्ति को बचा हुआ खाने को इसलिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि वह शूद्र है।
ट्विटर पर फोटो को Kumar Ankush ने शेयर किया है। पोस्ट में कैप्शन है, पेरियार को सड़कों पर पड़े बचे हुए भोजन को खाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्हें भोजन से इनकार किया गया क्योंकि वह काशी में शूद्र थे। यूपी में एक शूद श्रमिक को धार्मिक आयोजन से बचा हुआ खाना खिलाया। स्वतंत्रता के 75 वर्ष!
Periyar was forced to feed on leftovers from streets, he was denied of meal coz he was a shudra in kashi, uttar pradesh (1940)
— Kumar Ankush (@ankushthebest10) January 7, 2020
A shudra labour feeding on leftovers from a religious ceremony in uttar pradesh (2019)
75 yrs of independence!! pic.twitter.com/4j30ekDdeZ
क्या है सच?
भास्कर हिंदी ने अपनी पड़ताल में पाया कि किया जा रहा दावा गलत है। वायरल तस्वीर उत्तरप्रदेश की नहीं बल्कि बांग्लादेश की है। पड़ताल में हमें बांग्लादेश में मानवाधिकार के लिए काम करने वाले पिनाकी भट्टाचार्य का एक लेख मिला। जिसमें उन्होंने वायरल हो रही तस्वीर का इस्तेमाल किया है।
निष्कर्ष: यह साफ है कि वायरल तस्वीर उत्तरप्रदेश नहीं बांग्लादेश की है।