बिजली के खंबे पर बीजेपी का झंडा लगाते हुए कार्यकर्ताओं की तस्वीर एडीटेड है, पार्टी नेताओं ने गलत दावे के साथ की शेयर
फैक्ट चैक बिजली के खंबे पर बीजेपी का झंडा लगाते हुए कार्यकर्ताओं की तस्वीर एडीटेड है, पार्टी नेताओं ने गलत दावे के साथ की शेयर
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर बड़ी तेजी से वायरल हो रही है जिसमें कुछ लड़के बिजली के खंबे पर बीजेपी के झंडे को लगा रहे हैं। आम लोगों के साथ भाजपा नेताओं ने भी इस तस्वीर को तामिलनाडू का बताकर शेयर किया है।
पार्टी के राषट्रीय महासचिव सी.टी. रवि ने तस्वीर तो अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा, तामिल में कमल खिल रहा है।
पार्टी के एक अन्य नेता रविन्द्र गुप्ता ने वायरल तस्वीर को ट्वीटर पर शेयर करते हुए सी.टी. रवि के जैसा ही दावा किया।
पार्टी प्रवक्ता प्रज्वल बस्टा ने भी वायरल तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा, तामिलनाडु भगवामय होने की तरफ अग्रसर है।
तीनों ही नेताओं ने वायरल तस्वीर को 7 जून को अलग-अलग समय पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर किया।
पड़ताल – तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने इसे गूगल पर रिवर्स सर्च किया। सर्च करने पर हमें बसपा नेता शिरीशा स्वेरो अकिनापल्ली का ट्वीट मिला। 31 मई के इस ट्वीट में शिरिशा ने ऐसी ही तस्वीर शेयर की थी, बस अंतर इतना था कि तस्वीर में बीजेपी की जगह बीएसपी का झंडा था। तस्वीर को शेयर करते हुए शिरिशा ने लिखा, हमारे भाइयों और बहनों ने सीढ़ी पर चढ़कर जनता के दिलों पर नीला झंडा फहराया। तेलंगाना में बहुजन राज्य सभा की स्थापना के लिए ऐसे लाखों युवा आर.एस. प्रवीण के बताये रास्ते पर चल रहे हैं।
इस ट्वीट को एक ओर बसपा नेता डॉ. आर एस प्रवीण ने कोट करते हुए लिखा, ये बसपा के तेलंगाना के कार्यकर्ता हैं। जब तक हम गरीबों को शासक नहीं बना लेते, तब तक चैन की सांस नहीं लेंगे।
This is @BSP4Telangana at work. No rest till we make poor as rulers https://t.co/b7u0zHUnho
— Dr.RS Praveen Kumar (@RSPraveenSwaero) May 31, 2022
वायरल तस्वीर के बारे में और जानने के लिए हमने कीवर्ड सर्च किया जहां हमें तस्वीर में दिख रहे झंडे का हिस्सा starPNG नाम की वेबसाइट पर मिला, जिसे 7 मई 2019 को शेयर किया गया था।
इस पड़ताल से साफ है कि इंटरनेट पर वायरल यह तस्वीर यह तस्वीर तेलंगाना की है तामिलनाडु की नहीं और तस्वीर में दिख रहा झंडा भाजपा का नहीं बल्कि बसपा का है। जिसे एडिटेड करके गलत दावे के साथ शेयर किया गया।