वित्त मंत्रालय के नाम से वायरल हो रहे इस फेक सर्टिफिकेट से रहें सावधान, जानिए इसकी पूरी डिटेल
फैक्ट चैक वित्त मंत्रालय के नाम से वायरल हो रहे इस फेक सर्टिफिकेट से रहें सावधान, जानिए इसकी पूरी डिटेल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में आजकल ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। लोगों से पैसों की ठगी के लिए हैकर्स आजकल नये-नये हथकंडे अपना रहे हैं। वह फेक न्यूज का सहारा लेकर कई यूजर्स को अपना शिकार बना रहे हैं। इसी कड़ी में एक नया मामला सामने आया है। दरअसल, वित्त मंत्रालय के नाम से एक सर्टिफिकेट देने को लेकर मैसेज वायरल हो रहा है। जिसमें लोगों से फंड प्राप्त करने के अपनी बैंक डिटेल्स देने को कहा जाता है। आपको बता दें ये सर्टिफिकेट पूरी तरह से फेक है। इस बात की पुष्टि पीआईबी फैक्ट चैक की है।
पीआईबी ने दी जानकारी
पीआईबी ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ‘वायरल मैसेज में वित्त मंत्रालय के नाम से जारी इस सर्टिफिकेट में प्राप्तकर्ताओं से फंड हासिल करने के लिए बैंक अकाउंट की जानकारी शेयर करने के लिए कहा जा रहा है, वह एकदम फर्जी है। ऐसे किसी सर्टिफिकेट जो आपको मैसेज, ईमेल या सोशल मीडिया के माध्यम से मिलते हैं और आपसे बैंक की जानकारी मांगते हैं, उनका जवाब न दें।‘
क्या है सर्टिफिकेट में
पीआईबी ने बताया कि वायरल सर्टिफिकेट में कहा गया है कि मिस मोनिका कोरी द्वारा ग्लासगो, इंग्लैंड से भारत लाए गए एक बिटकॉन्स को सत्यापित किया गया है और कानून के संदर्भ में जांचा गया है और भारतीय रुपये में बदला गया है। ध्यान देने वाली बात है कि सर्टिफिकेट में इस बात का जिक्र है कि मोनिका को विश्वसनीय खाताधारकों की आवाश्यकता है ताकि वह अपना धन जमा कर सके। सर्टिफिकेट पर अरुण जेटली, डीजी यूएनओडीसी क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा साइन किए गए हैं।
अगर आपको भी ऐसे किसी मैसेज के जरिए बैंक की जानकारी मांगी जा रही है तो आप सावधान रहें। यह आपके साथ धोखाधड़ी का नया तरीका हो सकता है।