फैक्ट चेक: दुकान के बाहर झंडा लगाने से इनकार करने पर ट्रोल हुआ मुस्लिम शख्स, रिवर्स सर्च में पता चली वायरल पोस्ट की सच्चाई
- मुस्लिम ने दुकान के बाहर तिरंगा लगाने से किया इनकार- दावा
- रिवर्स सर्च में हुआ बड़ा खुलासा
- जानें वीडियो के पीछे की सच्चाई
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया पर एक शख्स का तिरंगा स्वीकार ना करने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ लोग देखे जा सकते हैं जो एक टोपी पहने शख्स की दुकान के बाहर झंडा लगाने आते हैं। लेकिन वह दुकानदार तिरंगा लगाने से इनकार कर देता है। उसके मना करने के बावजूद तिरंगा लिए खड़ा दूसरा शख्स दुकान के बाहर झंडा लगाते हुए दिखाई देता है। दुकानदार उस तिरंगे को अपनी दुकान से निकाल देता है जिसके चलते उसकी और लोगों के बीच लड़ाई होती नजर आती है। इस क्लिप को शेयर कर लोग दावा कर रहे हैं कि एक मुसलमान दुकानदार अपनी दुकान के बाहर झंडा लगाने से इनकार कर देता है। आपको बता दें कि, रिवर्स सर्च में वायरल क्लिपी के बारे में एक ऐसी चीज पता चली जिससे यह साफ होता है कि वायरल दावा फर्जी है।
क्या हो रहा है वायरल?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर कर यह दावा किया- इन गद्दारों के साथ क्या किया जाए? गद्दारों को पहले भगवा ध्वज से तकलीफ होता था लेकिन अब तिरंगा झंडा से भी तकलीफ होने लगा है. कुछ हिंदू भाई एक गद्दार की दुकान पर तिरंगा झंडा लगाने गए, गद्दार ने बोला चाहे जो हो जाए मैं अपनी दुकान पर तिरंगा नहीं लगने दूंगा, कहीं और जाकर लगाओ उसके बाद हिंदू भाइयों ने भरपूर स्वागत किया है, हालांकि स्वागत वाला वीडियो सुरक्षा कारणों से नहीं डाला गया है।
कैसे पता चली सच्चाई?
हमें वायरल वीडियो की सच्चाई कीफ्रेम को रिवर्स सर्च करने से पता चली। हमें एक रितिक कटारिया नामक यूट्यूब चैनल मिला। इस चैनल पर यही वीडियो 14 अगस्ता 2023 को अपलोड की हुई मिली। दरअसल, यूट्यूब पर वायरल क्लिप का अनकट वर्जन अपलोड किया गया था जो कुल 4 मिनट 12 सेकंड लंबा है। इस चैनल के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि यहां प्रेरणादायक वीडियो पोस्ट किए जाते हैं। बता दें, न्यूज चैनल के साथ बातचीत कर रितिक ने बताया कि यह वीडियो स्क्रिप्टेड है। इसे लोगों के बीच भाईचारा बढ़ाने के लिए बनाया गया है। इसके अलावा हमें रितिक के यूट्यूब चैनल पर ऐसे कई वीडियोज मिले जिसे केवल और केवल जागरूकता के मकसद से बनाया गया है। इससे यह साफ होता है कि यह कोई असली घटना नहीं बल्कि स्क्रिप्टेड वीडियो है।