फैक्ट चेक: चीन के भारत में जहरीले पटाखे भेजने का किया जा रहा दावा, गृह मंत्रालय के नाम पर फर्जी पोस्ट वायरल

  • गृह मंत्रालय के नाम पर लोग कर रहे फर्जी पोस्ट शेयर
  • चीन के इंडिया में अस्थमा फैलाने वाले पटाखे भेजने का दावा
  • गृह मंत्रालय की वेबसाइट से पता चली सच्चाई

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-15 11:14 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया पर गृह मंत्रालय के नाम पर एक पोस्ट शेयर हो रहा है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि चीन इस दिवाली भारत में अस्थमा फैलाने वाले पटाखे भेज रहा है। आपको बता दें कि, पोस्ट में यह दावा वरिष्ठ जांच अधिकारी विश्वजीत मुखर्जी के हवाले से किया गया है। हमने वायरल पोस्ट की सच्चाई पता लगाने के लिए गृह मंत्रालय की वेबसाइट चेक की लेकिन वहां इस तरह की कोई जानकारी हमारे हाथ नहीं आई।

क्या हो रहा है वायरल?

‘Ramlal Choudhary Aanjna Patel’ नामक फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को अपने अकाउंट पर 13 अक्टूबर को शेयर कर लिखा- महत्वपूर्ण सूचना, खुफिया जानकारी के मुताबिक, चूंकि पाकिस्तान भारत पर सीधे हमला नहीं कर सकता, इसलिए उसने भारत से बदला लेने की मांग की है। चीन ने भारत में अस्थमा फैलाने के लिए कार्बन मोनोऑक्साइड गैस से भी ज्यादा जहरीले पटाखों का विकास किया है। इसके अलावा भारत में आंखों की बीमारियों को फैलने के लिए विशेष लाइट डेकोरेटिव लैंप भी विकसित किए जा रहे हैं जो अंधेपन का कारण बनता है। पारे का बहुत उपयोग किया गया है, कृपया इस दिवाली सावधान रहें और इन चीनी उत्पादों का उपयोग न करें। इस संदेश को सभी भारतीयों तक पहुंचाएं। जय हिन्द। विश्वजीत मुखर्जी, वरिष्ठ जांच अधिकारी, गृह मंत्रालय, भारत सरकार (छ.ग.)। प्राप्त होने पर अपने सभी ग्रुपों एवम् मित्रों रिश्तेदारों को शेयर जरुर करें, और इस दीपावली चाइनीज पटाखें बिल्कुल भी ना खरीदें।

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क्या है वायरल पोस्ट के पीछे की सच्चाई? 

वायरल पोस्ट की सच्चाई पता लगाने के लिए हमने कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया। ऐसा करने से हमें वायरल पोस्ट से जुड़ी कोई खबर नहीं मिली। हमने जांच आगे बढ़ाई तो हमें वायरल पोस्ट कई फेसबुक यूजर्स के अकाउंट पर शेयर किया हुआ मिला जिसे साल 2016 -17 में डाला गया था। इससे एक बात तो यहीं साफ हो जाती है कि पोस्ट हालिया नहीं बल्कि सालों पुराना है।

 आपको बता दें कि, विश्वजीत मुखर्जी के बारे में पता लगाने के लिए हमने गृह मंत्रालय की वेबसाइट चेक की। सर्च करने पर हमें इस नाम का तो कोई नहीं मिला। लेकिन विश्वजीत गुप्ता का नाम जरूर मिला।

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