महाराष्ट्र पॉलिटिकल ड्रामा: एकनाथ शिंदे की बिगड़ी तबीयत पर विपक्ष का हमला, अस्पताल में एडमिट होने पर कहा - जबरन ढोंग कर रहे CM
- महाराष्ट्र में सीएम फेस को लेकर हलचल तेज
- एकनाथ शिंदे का स्वास्थ्य बिगड़ा
- विपक्ष का जमकर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में सीएम फेस पर सस्पेंस के बीच राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का स्वास्थ्य बिगड़ गया है। मुंबई के ज्यूपिटर अस्पताल में उन्हें एडमिट कराया गया है। इस दौरान जब मीडिया ने शिंदे से उनकी सेहत के बारे में सवाल पूछा। इसके जवाब में शिंदे ने कहा 'बढ़िया है'। इस बीच राज्य में सीएम और डिप्टी सीएम को लेकर इंतजार बढ़ता ही जा रहा है।
शरीर में WBC की कमी के चलते एडिमट हुए शिंदे
जानकारी के मुताबिक, एकनाथ शिंदे शरीर में व्हाइट ब्ल्ड सेल्स की कमी के चलते एडमिट हुए हैं। डॉक्टर्स ने उन्हें फुल बॉडी टेस्ट कराने को कहा है। हालांकि, शुरुआती जांच में उनके डेंगू और मलेरिया टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसके बाद आगे की जांच के लिए शिंदे जुपिटर अस्पताल में एडमिट हुए हैं।
बता दें, महाराष्ट्र में 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद एकनाथ शिंदे का स्वास्थ्य खराब हो गया था। इसके बाद शिंदे अपने गांव सतारा चले गए थे। इस बीच विपक्ष एकनाथ शिंदे पर जमकर हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि सीएम न चुने जाने पर एकनाथ शिंदे अपनी नाराजगी को छुपाने के लिए तबीयत खराब होने का ढ़ोंग कर रहे हैं।
शपथ ग्रहण समारोह को लेकर तैयारियां तेज
महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होने वाला है। इस सिलसिले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को कार्यक्रम के संबंध में बैठक की थी। इसके अलावा महायुति के नेताओं ने आजाद मैदान में जाकर तैयारियों का जायजा लिया है। महायुति से भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के नेता उपस्थित रहे। इस दौरान तीनों दलों ने एकजुटता दिखाने का संदेश दिया।
दरअसल, यह सब करने के पीछे का कारण सोमवार को आजाद मैदान में भाजपा नेताओं को तैयारी करते देखा जाना था। इसके बाद महायुति में शिंदे गुट और अजित गुट के नेताओं की नाराजगी की चर्चाएं शुरू हो गई थी।
सूत्रों की मानें तो महायुति सरकार के मंत्रिमंडल में अजित गुट की एनसीपी से 11 नेताओं को शामिल किया जा सकता है। इनमें अजित पवार, अदिती तटकरे, छगन भुजबल, दत्ता भरणे, धनंजय मुंडे, अनिल भाईदास पाटील, नरहरी झिरवल, संजय बनसोडे, इंद्रनिल नाईक, संग्राम जगताप और सुनिल शेलके का नाम की चर्चाएं अधिक है।