महाराष्ट्र पॉलिटिक्स: महायुति में विभागों के बंटवारे पर हो रही रस्साकशी, गृह मंत्रालय की मांग पर अड़े एकनाथ शिंदे, BJP की टेंशन बढ़ी
- महाराष्ट्र में सीएम फेस पर सस्पेंस बरकरार
- महायुति में विभागों के बंटवारे पर खींचतान
- गृह मंत्रालय की मांग पर एकनाथ शिंदे अडिग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की ऐतिहासिक जीत के बावजूद सीएम फेस एक रहस्य बना हुआ है। इस बीच महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह होने की अटकलें लगाई जा रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री के चेहरे के अलावा महायुति में विभागों के बंटवारे पर चल रही रस्साकशी भी जगजाहिर हो चुकी है। महायुति में शिवसेना चीफ एकनाथ शिंदे गृह मंत्रालय की मांग पर अड़े हुए हैं। लेकिन, भाजपा इसे किसी भी हालात में शिवसेना को सौंपने के इरादे में नजर नहीं आ रही है।
गृह मंत्रालय पर आमने-सामने भाजपा-शिवसेना
दरअसल, इसके पीछे महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तर्क दिया है। उनका कहना है कि जब देवेंद्र फडणवीस राज्य के उप मुख्यमंत्री थे। तब गृह मंत्रालय उन्हें सौंपा गया था। इस वजह से अब महायुति की नई सरकार में गृह विभाग उनके सौंपा जाना चाहिए। हालांकि, शिंदे की मांग पर भाजपा राजी नहीं हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक, महायुति सरकार के मंत्रिमंडल में शिंदे गुट की शिवसेना को शहरी विकास और MSRDC विभाग पाले में आ सकते हैं। गृह मंत्रालय के अलावा शिवसेना 10 से ज्यादा शहरों में पालक मंत्री की मांग पर अड़ी हुई है।
महायुति में भाजपा-एनसीपी बना सकते हैं सरकार
बता दें, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि, भाजपा ने 132 सीटों पर जीत दर्ज की है। हालांकि, भाजपा खुद के बदलौत बहुमत का आंकड़ा 13 सीटों से दर्ज करने से चूक गई। बता दें, महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए 288 विधानसभा सीटों में से 145 का आंकड़ा हासिल करना होता है।
अगर देखा जाए तो भाजपा की 132 और एनसीपी की 41 सीटों को जोड़कर सरकार बनाई जा सकती है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक भाजपा शिवसेना को सम्मान देना चाहती है। वजह है एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया विधानसभा चुनाव।