महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: राज ठाकरे के बेटे को किया बीजेपी ने सपोर्ट तो गरज उठे एकनाथ शिंदे! अब अपनी ओर से कैंडिडेट उतारने पर क्या बोले सीएम?

  • महाराष्ट्र में सियासी गर्मा-गर्मी तेज
  • नहीं गिरने देना चाहिए कार्यकर्ताओं का मनोबल- शिंदे
  • शिंदे ने साधा उद्धव ठाकरे पर निशाना

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-02 07:30 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे पास आती जा रही है वैसे-वैसे राजनीतिक गलियारों में गर्मा-गर्मी बढ़ती जा रही है। इस समय माहिम सीट को लेकर चर्चाएं तेज हैं। इस सीट से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena) के अध्यक्ष राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को टिकट मिला है। भारतीय जनता पार्टी माहिम सीट पर अमित ठाकरे का खुल कर सपोर्ट करती नजर आ रही है। तो वहीं, महायुति के सहयोगी दल शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) ने इस सीट से अपने प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया है। अब इसको लेकर सियासी गलियारों में काफी चर्चा हो रही है। एकनाथ शिंदे की शिवसेना और बीजेपी दोनों ही महायुति गठबंधन का हिस्सा हैं। लेकिन इसके बावजूद बीजेपी अमित ठाकरे के समर्थन में लगी हुई है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपना रिएक्शन दिया है। 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा- लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे हमारे साथ थे, लेकिन जब विधानसभा चुनाव को लेकर मेरी उनसे बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि पहले शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी को फैसला करने दीजिए। उन्होंने सीधे तौर पर अपने उम्मीदवार उतार दिए। वहां हमारा भी विधायक है। मैंने उनसे बात की। चुनाव लड़ते समय कार्यकर्ताओं का भी ख्याल रखना चाहिए। हमें कार्यकर्ताओं का मनोबल नहीं गिरने देना चाहिए।  

 हम जीतेंगे चुनाव- शिंदे

सीएम एकनाथ शिंदे ने दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन की जीत होना निश्चित है। हमारे साथ बीजेपी, अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी और शिवसेना है। हम सब मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के चीफ रामदास अठावले और जन सुराज भी हमारे साथ हैं। हम चुनाव में मेजॉरिटी से जीत दर्ज करेंगे।

शिंदे ने उद्धव ठाकके को घेरा

एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर भी जोरदार हमला कर अपनी पार्टी की तारीफों के पुल बांधे। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी की सरकार बाबासाहेब की विचारधारा के खिलाफ थी जो कांग्रेस से दूर रहने के पक्ष में थे। शिंदे ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के साथ शिवसेना का गठबंधन सिर्फ और सिर्फ निजी स्वार्थ के खातिर हुआ है। शिवसेना के कार्यकर्ता भी खुद ऐसा नहीं चाहते थे। एमवीए कोई काम नहीं करती है। वहीं, हमारी सरकार ने बिना किसी भी निजि हितों के काम किया है। हमने किसानों के लिए भी काम किया है। 

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