सम्मान_सह_विदाई समारोह: पत्रकारिता विश्वविद्यालय ने निवर्तमान कुलगुरु प्रो. सुरेश को दी भावभीनी विदाई
- प्रो. सुरेश ने 1 लाख 25 हजार की पुस्तकें पुस्तकालय विभाग को भेंट की
- सबसे अधिक नंबर से उत्तीर्ण होने वाले कर्मचारियों के बच्चों को स्वर्ण पदक देंगे
- गुलदस्ता, फूलमाला और स्मृति चिन्ह भेंटकर किया सम्मान
डिजिटल डेस्क, भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानन्द सभागार में निवर्तमान कुलगुरु प्रो.(डॉ.)के.जी.सुरेश का सम्मान_सह_विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी विभागाध्यक्षगणों, शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों ने गुलदस्ता, फूलमाला और स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका सम्मान किया। इस मौके पर स्टॉफ के सदस्यों ने अपने विचार भी व्यक्त किए और प्रो. सुरेश के चार साल के कार्यकाल को बेमिसाल बताते हुए की प्रसंशा की। समारोह में प्रो. सुरेश के कार्यकाल पर एक डॉक्यूमेंट्री भी सभागार में दिखाई गई।
समारोह के इस भावनात्मक क्षण को संबोधित करते हुए प्रो. सुरेश ने कहा कि वे इसे फेयरवेल नहीं मानते बल्कि इंटरवल मानते हैं ।उन्होंने कहा कि वे विश्व के सबसे धनी व्यक्ति हैं जो उन्हें विश्वविद्यालय के इतने लोगों का स्नेह मिला। उन्होंने कहा कि वे इसे अपने साथ इसे लेकर जा रहे हैं।
प्रो. सुरेश ने इस अवसर पर दो व्यक्तिगत घोषणाएं भी की। उन्होंने पुस्तकालय विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. आरती सारंग को एक लाख पच्चीस हजार रुपए की पुस्तकें भेंट की। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के प्रतिभाशाली बच्चों को सबसे अधिक नंबरों से उत्तीर्ण होने पर स्वर्ण पदक दिए जाने की भी घोषणा की। अपने नाम में ही के.जी. लगे होने की बात कहते हुए प्रो. सुरेश ने कहा कि कुलगुरु पद नहीं, भावना है।
उन्होंने कहा कि जब वे एमसीयू आए तो वह कोरोनाकाल था और डेढ़ से दो साल उसी में निकल गए। प्रो. सुरेश ने कहा सही मायने में काम करने का समय दो साल ही मिला,लेकिन उन दो सालों में भी दस सालों का काम कर दिया। उन्होंने कहा कि इस दौरान विश्वविद्यालय की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई। विवि. स्वयं के परिसर माखनपुरम बिशनखेड़ी में शिफ्ट हुआ । रीवा परिसर अपने नवीन भवन में शिफ्ट हुआ। टॉप टेन की रेटिंग में विश्वविद्यालय पहली बार आया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया गया। चित्र भारती नेशनल फिल्म फेस्टिवल आयोजन माखनपुरम में किया गया नेक प्रक्रिया में शामिल हुआ। इन सबके लिए प्रो. सुरेश ने विश्वविद्यालय के संकाय, अधिकारियों, कर्मचारियों की भी प्रसंशा की। उन्होंने विश्वविद्यालय के माखनपुरम में शिफ्ट होने पर खुशी जताते हुए एमसीयू के केंद्रीय विश्वविद्यालय बनने के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि विश्वविद्यालय में सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनने की काबिलियत है।
उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वविद्यालय से कोई शिकायत नहीं है और वह पूर्ण सौहार्द के साथ यहां से जा रहे हैं । एमसीयू में अपनी इस यात्रा में कंधे से कंधा मिलाकर उनका हरदम साथ देने के लिए उन्होंने अपनी पत्नी का विशेषतौर पर धन्यवाद ज्ञापित किया और आभार माना। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय जल्द ही टॉप टेन की सूची में पहले नंबर पर आए यही उनकी ओर से शुभकामनाएं हैं । समारोह में कुलसचिव प्रो.(डॉ.) अविनाश वाजपेयी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक,अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन सहायक कुलसचिव विवेक सावरीकर ने किया।