कामयाबी : छह बार का कैट टॉपर हैं पैट्रिक डी'सूज़ा, नहीं चाहते IIM में प्रवेश
कामयाबी : छह बार का कैट टॉपर हैं पैट्रिक डी'सूज़ा, नहीं चाहते IIM में प्रवेश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पैट्रिक डी"सूज़ा को कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) में छह बार - टॉप स्कोरर होने का अनूठा गौरव हासिल है। 2019 में वह देश के उन 10 छात्रों की लिस्ट में शामिल है जिन्होंने इस एग्जाम में 100 प्रतिशत परसेंटाइल हासिल किया। हालांकि इसके बावजूद 43 वर्षीय शिक्षक का प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) में प्रवेश के लिए आवेदन करने का कोई इरादा नहीं है।
17 बार हुए CAT में शामिल
डिसूजा, CAT के एग्जाम में 17 बार शामिल हो चुके हैं। उनका दावा है कि इससे उन्हें एग्जाम क्रैकिंग की तकनीकों से अपडेट रहने में मदद मिलती है। डिसूजा ने कहा, "कैट केवल नॉलेज को ऐसेस करन करने का एग्जाम नहीं है, बल्कि यह भी टेस्ट करता है कि उम्मीदवारों के मनोविज्ञान के अलावा, उस नॉलेज को कैसे लागू किया जाता है।
परीक्षा के लिए स्पेशल टेकनीक्स का इस्तेमाल
डिसूजा ने कहा, मैं परीक्षा के लिए विशेष तकनीकों का उपयोग करता हूं। मैंने पहली बार 2004 में यह जांचने का प्रयास किया था कि क्या मेरी तकनीक काम करती है? परीक्षा का पैटर्न बदलता रहता है और हमें अपडेट रहने की जरूरत है। इसके अलावा यह मुझे एग्जाम में शामिल होने वाले छात्रों के एटिट्यूड को समझने में मदद करता।"
IIM में प्रवेश के लिए कभी नहीं किया आवेदन
कई लोग परीक्षा में शामिल होने वाले शिक्षकों की नैतिकता पर बहस करते हैं। इसे लेकर डीसूजा ने कहा कि वह किसी भी उम्मीदवार की सीट को नहीं हथिया रहे हैं क्योंकि वह आईआईएम में प्रवेश के लिए एलिजिबल होने के बावजूद आवेदन नहीं करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि टीचिंग ही मेरी हॉबी है।
डी"सूज़ा ने 1996 में पहली बार कैट का एग्जाम दिया था। जब उन्होंने अपनी परीक्षा दी, तब वह टॉप स्कोररों में से नहीं थे। अपनी डिग्री पूरी करने के बाद उन्होंने मार्केटिंग में कुछ वर्षों तक काम किया और 2002 में टीचिंग के प्रोफेशन में चले गए, और तब से वह एक ट्रेनर हैं। उनके छात्रों में से लगभग एक दर्जन ने 99 प्रतिशत स्कोर किया है, हालांकि किसी ने 100 का स्कोर हासिल नहीं किया।