कहीं स्कूल की जर्जर बिल्डिंग बनाने सड़क पर उतरीं छात्राएं तो कहीं क्लासरूम की कमी से ऑड-इवेन सिस्टम लागू
झारखंड कहीं स्कूल की जर्जर बिल्डिंग बनाने सड़क पर उतरीं छात्राएं तो कहीं क्लासरूम की कमी से ऑड-इवेन सिस्टम लागू
डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड के सरकारी स्कूलों में किस तरह की बदहाली और बदइंतजामी है, इसकी दो खबरें सामने आई हैं। चतरा जिले के इटखोरी ब्लॉक हेडक्वार्टर में स्थित गर्ल्स हाई स्कूल के भवन की जर्जर हालत से परेशान सैकड़ों छात्राएं सोमवार को कक्षाएं छोड़कर सड़क पर उतर आईं। उन्होंने प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गईं तो चतरा के एसडीओ उन्हें मनाने पहुंचे। इधर धनबाद जिले में झरिया स्थित एक प्लस टू सरकारी स्कूल में क्लासरूम की कमी के चलते स्टूडेंट्स की उपस्थिति के लिए ऑड-इवेन सिस्टम लागू करना पड़ा है। यानी यहां एक दिन ऑड रोल नंबर वाले स्टूडेंट्स की क्लास चलती है तो दूसरे दिन इवेन रोल नंबर वाले बुलाये जाते हैं।
चतरा के इटखोरी प्रखंड स्थित प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल में 400 से भी ज्यादा छात्राएं बेहद जर्जर भवन में पढ़ती हैं। बरसात में हर क्लासरूम झरना बन जाती है। छत और दीवारों के प्लास्टर का टूट-टूट कर गिरना आम बात है। कई छात्राएं चोटिल भी हुई हैं। दोमंजिला स्कूल की ऊपरी छत और दीवारों पर बड़े-बड़े पौधे उग आये हैं। आलम यह कि यह भवन कभी भी धराशायी हो सकता है। स्कूल प्रबंधन की गुहार के बावजूद इमारत की मरम्मत नहीं हुई। ऐसे में खौफजदा छात्राएं सोमवार को कक्षाएं छोड़कर सड़क पर उतर आईं।
उन्होंने जुलूस निकालकर विरोध जताया और इसके बाद ब्लॉक ऑफिस के सामने धरना पर बैठ गईं। उन्होंने एलान कर दिया कि जब तक खुद जिले के उपायुक्त आकर उनके स्कूल भवन के पुनर्निर्माण का लिखित आश्वासन नहीं देते, उनका धरना जारी रहेगा। लड़कियों के आंदोलन की खबर चतरा जिला मुख्यालय पहुंची तो एसडीओ मुमताज अंसारी और जिला शिक्षा विभाग के अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्कूल के भवन का काम जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया तो लड़कियों ने धरना खत्म किया।
धनबाद जिले में झरिया राज प्लस टू स्कूल जिस इमारत में चल रहा है, वह भू-धंसान प्रभावित इलाके में है। इस स्कूल में 1500 छात्र-छात्राएं हैं। क्लासरूम की कमी के चलते स्कूल की 11-12वीं कक्षा को पास में स्थित उर्दू उत्क्रमित मध्य विद्यालय, भगतडीह में शिफ्ट कर दिया गया। यहां 11वीं के लिए मात्र क्लासरूम है, जबकि इस क्लास में कुल स्टूडेंट्स की संख्या 234 है। एक क्लास में एक साथ इतने स्टूडेंट्स की पढ़ाई नहीं हो सकती तो स्कूल के प्रबंधन ने यहां ऑड इवेन फार्मूला लागू कर दिया है। हर दिन मात्र पचास फीसदी छात्र बुलाये जाते हैं। इसके बावजूद इनके लिए जगह कम पड़ जा रही है।
(आईएएनएस)
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