सीएम अमरिंदर सिंह ने तरनतारन में रखी "श्री गुरु तेग बहादुर स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ" की आधारशिला
पंजाब सीएम अमरिंदर सिंह ने तरनतारन में रखी "श्री गुरु तेग बहादुर स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ" की आधारशिला
- पंजाब के मुख्यमंत्री ने श्री गुरु तेग बहादुर लॉ यूनिवर्सिटी की रखी आधारशिला
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व के मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को तरनतारन कस्बे में श्री गुरु तेग बहादुर स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ की आधारशिला रखी और वित्त विभाग को संस्थान के समय पर संचालन के लिए पर्याप्त धनराशि सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर, उन्होंने गुरु तेग बहादुर की जयंती के अवसर पर स्मारक सोने और चांदी के सिक्के भी लॉन्च किए। यह स्पष्ट करते हुए कि राज्य में शिक्षा परियोजनाओं को रोकने के लिए वित्त की कमी नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने इसे पंजाब के युवाओं को दुनिया के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण फोकस क्षेत्र बताया है।
उन्होंने राज्य को देश में शिक्षा के क्षेत्र में नंबर एक बनाने के लिए संबंधित विभाग की सराहना की है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा को प्राथमिकता क्षेत्र बताते हुए कहा कि स्कूली शिक्षा में शीर्ष स्थान हासिल करने के बाद उनका अगला लक्ष्य पंजाब को उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा में भी नंबर वन बनाना है।
शिक्षा पर अपनी सरकार के जोर पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह 2 अक्टूबर को 18 नए पूरी तरह कार्यात्मक डिग्री कॉलेजों और 25 आईटीआई का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने कहा, शिक्षा को समय के साथ चलना चाहिए। उन्होंने निरंतर विकास की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आने वाले दशकों में शिक्षा अप्रासंगिक ना हो जाए।
हालांकि कानून की डिग्री गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, पंजाबी विश्वविद्यालय और पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा भी प्रदान की जा रही है। राज्य के लगभग 30 कॉलेजों में लॉ पढ़ाए जाने के अलावा, केवल एक राजीव गांधी राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालय पटियाला राज्य में अब तक लॉ विश्वविद्यालय था। उन्होंने कहा, इस नए विश्वविद्यालय को जोड़ने से राज्य के युवाओं को विशेष लॉ पाठ्यक्रम पेश किए जा सकेंगे।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि आगामी विश्वविद्यालय की कक्षाएं मुख्य परिसर के तैयार होने तक ट्रांजिट परिसर में शुरू की जाएंगी। जिसके लिए कैरों गांव में 25 एकड़ भूमि निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि कैरों गांव में इस विश्वविद्यालय का बनना पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों को एक वास्तविक श्रद्धांजलि है, जो आधुनिक पंजाब के वास्तुकार थे और लुधियाना में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना करने का श्रेय दिया, जिन्होंने हरित क्रांति की शुरूआत की।
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सरकार द्वारा हाल ही में की गई कुछ पहलों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मोहाली में महाराजा भूपिंदर सिंह पंजाब स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, पटियाला, जगत गुरु नानक देव पंजाब स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी, पटियाला, एमिटी यूनिवर्सिटी और प्लाक्षा यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि सरकारी कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों के 931 पदों को भरने की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है।
(आईएएनएस)