12वीं के मार्क्स के आधार पर नहीं तय होगा कटऑफ मार्क्स, कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए अच्छे सरकारी कॉलेज में मिल सकेगा दाखिला

कॉलेज में दाखिले के नए नियम 12वीं के मार्क्स के आधार पर नहीं तय होगा कटऑफ मार्क्स, कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए अच्छे सरकारी कॉलेज में मिल सकेगा दाखिला

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-22 11:06 GMT
12वीं के मार्क्स के आधार पर नहीं तय होगा कटऑफ मार्क्स, कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए अच्छे सरकारी कॉलेज में मिल सकेगा दाखिला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस साल से सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेने के नियम में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। अब छात्रों को हाई कट-ऑफ की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। क्योंकि अब यूनिवर्सिटीज में दाखिला 12वीं के मार्क्स के आधार पर नहीं बल्कि एक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (प्रवेश परीक्षा) के आधार पर होगा। न्यू कॉमन यूनिवर्सिटी एजुकेशन टेस्ट (CUET), जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित किया जाएगा, जब कक्षा 12वीं की अधिकांश बोर्ड परीक्षाएं पूरी हो चुकी होंगी। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू होगी। 

प्रवेश परीक्षा, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाएगी। UGC के चेयरमैन डॉ.जगदीश कुमार ने कहा, "कुछ शीर्ष विश्वविद्यालयों में कई स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए 100 प्रतिशत तक कट-ऑफ होना बेहूदा मजाक है। सामान्य परीक्षा देश भर के सभी छात्रों को समान अवसर देगी। 

उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद है कि छात्र अब केवल कक्षा 12वीं की परीक्षा में उच्चतम अंक प्राप्त करने की कोशिश करने के बजाय सीखने पर अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे। 

1 अप्रैल को  NTA 12वीं पास छात्रों के अलग-अलग सब्जेक्ट के लिए एक पाठ्यक्रम (syllabus) रिलीज करेगा। CUET पैटर्न में एक अनिवार्य रूप से लैंग्वेज पेपर होगा और 6 अलग-अलग सब्जेक्ट पर छात्र परीक्षा दे पाएंगे। इसके अलावा छात्र फॉरेन लैंग्वेज में भी परीक्षा दे सकते हैं। 

कुमार ने कहा कि "एक राष्ट्र, एक प्रवेश परीक्षा (one nation, one entrance test)" देश भर के छात्रों के लिए एक बड़ी राहत होगी। उन्होंने कहा, "इसके परिणामस्वरूप, छात्रों को विभिन्न प्रकार की प्रवेश परीक्षाएं लिखने की आवश्यकता नहीं है।"

देश में कई स्थान ऐसे है, जहां बच्चो को कंप्यूटर ऑपरेट करना नहीं आता है, तो इसके जवाब में कुमार ने कहा कि CUET परीक्षा में पार्टिसिपेट करने के लिए किसी बच्चे को कंप्यूटर ऑपरेट करना आए ये जरूरी नहीं है। बच्चों को बस टिक मार्क करना है जो काफी आसान है। आज लगभग हर छात्र स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर सकता है। वे परीक्षा केंद्र पर जा सकते हैं और बहुविकल्पी विकल्पों में उत्तर चुनने के लिए माउस का उपयोग कर सकते हैं। 

रिजर्वेशन पालिसी पर बात करते हुए कुमार ने कहा, " कॉमन टेस्ट से यूनिवर्सिटीज की रिजर्वेशन पालिसी प्रभावित नहीं होगी।" उन्होंने कहा यूनिवर्सिटीज CUET स्कोर के आधार पर सामान्य सीटों के साथ-साथ आरक्षित सीटों के लिए उम्मीदवारों का नामांकन कर सकते हैं। यह मौजूदा प्रवेश और रिजर्वेशन पालिसी को प्रभावित नहीं करेगा।"

CUET के मुख्य बिंदु - 

  • परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी, जिसमें MCQ प्रश्न पूछे जाएंगे 
  • प्रवेश परीक्षा का पाठ्यक्रम NCERT के कक्षा 12 के मॉडल पाठ्यक्रम के सामान होगा
  • CUET 13 भाषाओं में कंडक्ट किया जाएगा, जिसमें एक अंग्रजी और 12 मात्र भाषाएं होंगी
  • कक्षा 12 की परीक्षा पास करने वाला कोई भी व्यक्ति सामान्य प्रवेश परीक्षा दे सकता है
  • यूनिवर्सिटीज को सामान्य परीक्षा के आधार पर स्नातक छात्रों को प्रवेश देना होगा, हालांकि वे योग्यता तय करने में कक्षा 12 के मार्क्स के लिए न्यूनतम बेंचमार्क निर्धारित कर सकती है 
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