तमिल भाषा में परीक्षा देने वाले छात्रो की संख्या में 16% की वृद्धि, 12 सितंबर को होगा एग्जाम
NEET 2021 तमिल भाषा में परीक्षा देने वाले छात्रो की संख्या में 16% की वृद्धि, 12 सितंबर को होगा एग्जाम
- तमिल में नीट लिखने वाले छात्रों की संख्या में 16 प्रतिशत की वृद्धि
डिजिटल डेस्क,चेन्नई। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) में इस वर्ष तमिल को माध्यम के रूप में चुनने वाले छात्रों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। परीक्षा 12 सितंबर को होनी है। 2020 एनईईटी में, 17,101 छात्रों ने परीक्षा लिखने के लिए तमिल को माध्यम चुना था, जबकि 2021 में 19,867 छात्रों ने भाषा का विकल्प चुना है।
एनईईटी परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा आंकड़े जारी किए गए हैं। करियर सलाहकार सतीश बालाजी ने आईएएनएस को बताया, सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए आरक्षण के कारण एनईईटी में तमिल चुनने वाले छात्रों की संख्या में वृद्धि हुई है। राज्य ने उनके लिए एक कोटा की घोषणा की है और इनमें से अधिकतर छात्र तमिल में उपस्थित होना पसंद करते हैं।
हालांकि, परीक्षण के लिए तमिलनाडु से कुल आवेदन में 7 प्रतिशत की गिरावट आई है। 2020 में, राज्य से एनईईटी के लिए 1,21,617 आवेदक थे, जबकि 2021 में यह घटकर 1,12,889 हो गया है। महामारी से पहले 2019 में, तमिलनाडु से एनईईटी आवेदकों की संख्या लगभग 1.4 लाख थी। एक कैरियर सलाहकार मोहम्मद अनीश ने आईएएनएस को बताया, ज्यादातर माता-पिता इंजीनियरिंग का विकल्प चुन रहे हैं क्योंकि लागत कम है और नौकरी पाना बहुत आसान है।
अन्य कारक सरकारी कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए कट ऑफ मार्क में 580 की वृद्धि है और तीसरा कारक शारीरिक कक्षाओं और ट्यूशन कक्षाओं की कमी है।
(आईएएनएस)