पत्रकारिता विश्वविद्यालय एवं हिंदी विश्वविद्यालय के बीच हुआ एमओयू
- हिंदी विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव" का समापन
- आपसी सहयोग से हिंदी भाषा समृद्ध होगी : कुलपति प्रो केजी सुरेश
- एमसीयू और हिंदी विवि के कुलपतियों के बीच समझौता ज्ञापन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ केजी सुरेश एवं अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो खेमसिंह डहेरिया ने सोमवार को एक समझौता ज्ञापन ( एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए।
हिंदी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित आज़ादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के समापन समारोह में दोनों कुलपतियों ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू का उद्देश्य दोनों विश्वविद्यालयों में अनुसंधान परियोजनाओं, अनुसंधान प्रकाशनों, अकादमिक कार्यक्रमों एवं इनक्यूबेशन आदि के साथ-साथ ही स्टार्ट अप को बढ़ावा देना है। इसमें दोनों विश्वविद्यालयों के अनुसंधान विद्वानों, स्नातक, स्नातकोत्तर एवं शोध छात्रों के लिए शिक्षण प्रशिक्षण अनुसंधान मार्गदर्शन, कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन करना एवं प्लेसमेंट में संयुक्त भागीदारी करना है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में अपने उद्बोधन में कुलपति प्रो. केजी. सुरेश ने कहा वर्तमान में पत्रकारिता में भाषा का पतन हो रहा है। जिसमें हिंदी विश्वविद्यालय भाषाई सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है । उन्होंने कहा की आपसी समझौते से हिंदी भाषा समृद्धि होगा। प्रो सुरेश ने हिंदी विश्वविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया एवं इसकी प्रशंसा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर करते हुए हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. खेमसिंह डहेरिया ने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में अनेक जनजातीय स्वाधीनता सेनानियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।