काव्य संग्रह: एक पत्रकार के अंदर कवि हैं एलिया : कुलपति प्रो. के.जी. सुरेश
- पत्रकारिता विश्वविद्यालय में काव्य संग्रह 'जैसे गुलमोहर' का विमोचन
- पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ की सृजन श्रृंखला का आयोजन
- संवेदनशील और सृजनशील पत्रकार हैं एलिया : विजयदत्त श्रीधर
डिजिटल डेस्क,भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के माखनपुरम परिसर में विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी एवं वरिष्ठ पत्रकार सतीश एलिया के काव्य संग्रह जैसे गुलमोहर का विमोचन कुलपति प्रो. डॉ. के. जी. सुरेश एवं माधवराव सप्रे स्मृति समाचार पत्र संग्रहालय के संस्थापक पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर द्वारा किया गया।
पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ की सृजन श्रृंखला के अंतर्गत स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेश ने सतीश एलिया के सृजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एक पत्रकार के अंदर कवि हैं, इसलिए इसकी झलक उनकी कविताओं में दिखती है। उन्होंने काव्य संग्रह की एक कविता राम आएंगे का जिक्र किया जो आज समसामयिक है। कुलपति ने भगवान राम को समर्पित कविता का पाठ भी किया और वरिष्ठ पत्रकार एलिया को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि सतीश एलिया एक संवेदनशील और सृजनशील पत्रकार हैं । एक पत्रकार के अंदर जब सृजनशीलता कुलांचे मारती हैं तो बेहतरीन रचना समाज के सामने आती है । उन्होंने कहा कि सतीश में एक पत्रकार के अंदर एक अच्छा इंसान भी जीवित है । श्रीधर ने कहा कि उन्होंने अपने मूल व्यावसायिक काम पत्रकारिता के साथ एक चमकदार सृजन किया।
वरिष्ठ पत्रकार सतीश एलिया की ये पांचवी कृति है। इस काव्य संग्रह को उन्होंने अपनी मां एवं बेटी को समर्पित किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी एवं पत्रकार एलिया परिवार के सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के सहा. प्राध्यापक लोकेन्द्र सिंह ने किया।