शिक्षा: फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी के 605 छात्र हुए ग्रेजुएट
- दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी के छठें दीक्षांत समारोह में 605 ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई
- इस फार्मास्यूटिकल इंस्टिट्यूट को देश के पहले फार्मास्यूटिकल यूनिवर्सिटी के रूप में बदला गया था
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी के छठें दीक्षांत समारोह में 605 ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई। 2015 में इस फार्मास्यूटिकल इंस्टिट्यूट को देश के पहले फार्मास्यूटिकल यूनिवर्सिटी के रूप में बदला गया था। इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि शिक्षा हमेशा दिल्ली सरकार की पहली प्राथमिकता रही है। पिछले 8 सालों से दिल्ली सरकार अपने बजट का लगभग 25 प्रतिशत शिक्षा को दे रही है।
उन्होंने कहा कि, शिक्षा खर्च नहीं है ये देश के बेहतर भविष्य के लिए एक निवेश है। हम आज शिक्षा के क्षेत्र में निवेश कर युवाओं को सशक्त बनाते है, उन्हें शानदार एक्सपोज़र प्रदान करते हैं तो मुझे इस बात का भरोसा है कि इस देश की सारी समस्याओं का समाधान देश के युवा जरुर कर सकते हैं। यही कारण है कि केजरीवाल सरकार हमेशा शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए अपने स्कूलों में, कॉलेजों में निवेश करती है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि, दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी से आज 605 स्टूडेंट्स ग्रेजुएट कर रहे हैं। डीपीएसआरयू एक ऐसी यूनिवर्सिटी है जो सिर्फ अपने कैंपस तक सीमित नहीं रही है। डीपीएसआरयू की एक पहल ‘दिल्ली की योगशाला’ ने योग को दिल्ली के घर-घर तक पहुंचाने का काम किया। शायद कोई ऐसी यूनिवर्सिटी होगी, जिसने इतना बड़ा आउटरीच प्रोग्राम किया, जिसे न केवल दिल्ली से बल्कि पूरे देश से प्रसंशा मिली। अब, डीपीएसआरयू को देखकर कई और राज्यों ने भी इस प्रकार से योगशाला के कार्यक्रम की शुरुआत की है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि, न केवल योग बल्कि इंडियन मेडिकल सिस्टम चाहे वो आयुर्वेद हो, यूनानी हो, योग हो डीपीएसआरयू इनको आगे ले जाने का काम भी करेगी। उन्होंने कहा कि, भारत सदियों से मेडिसिन के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर के रूप में रहा है। जब दुनिया में किसी ने मेडिसिन और सर्जरी का नाम नहीं सुना था तब चरक जैसे सर्जन भारत में पैदा हुए और मेडिसिन और सर्जरी को नए आयाम दिए। अब एक लीडिंग यूनिवर्सिटी के रूप में डीपीएसआरयू की ये जिम्मेदारी है कि, वो भारतीय मेडिसिन सिस्टम को भी बढ़ावा दे।
उन्होंने ग्रेजुएट कर रहे स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि, आप स्टूडेंट्स को इस यूनिवर्सिटी ने आगे बढ़ने का मौका दिया, अब आप स्टूडेंट्स की ये जिम्मेदारी है कि अपने शानदार काम के बदौलत आप देश को आगे लेकर जाएं और भारत को दुनिया का नंबर 1 देश बनाएं। उल्लेखनीय है कि, दीक्षांत समारोह में दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के सक्सेना व आईसीएमआर के पूर्व डायरेक्टर-जनरल निर्मल के.गांगुली सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|