पाकिस्तान में है ननकाना साहिब, जहां लिया था गुरु नानक देव ने जन्म
पाकिस्तान में है ननकाना साहिब, जहां लिया था गुरु नानक देव ने जन्म
डिजिटल डेस्क, पंजाब। ननकाना साहिब, यह वही स्थान है जहां कार्तिक माह की पूर्णिमा को एक ऐसे बालक जन्म लिया जिसने एक युग की रचना कर दी। जहां सिखों के पहले संत और सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देवजी का जन्म हुआ था। महाराजा रणजीत सिंह ने यहां गुरुद्वारे का निर्माण कराया था। हालांकि ये जगह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है।
पवित्र सरोवर
गुरुनानक देवजी के नाम पर ही इस जगह का नाम ननकाना साहिब पड़ा है। पहले इसे राय.भोई.दी.तलवंडी के नाम से जाना जाता था। गुरु पर्व या प्रकाश पर्व कार्तिक माह की पूर्णिमा के दिन गुरु नानक देवजी के जन्मोत्सव पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु गुरुद्वारे में माथा टेकने जाते हैं। इस स्थान पर शबद कीर्तन का सुंदर प्रवाह चलता रहता है। स्वर्ण मंदिर के समान ही यहां भी एक सरोवर है। जिसमें यहां आने वाले श्रद्धालु अवश्य ही स्नान करते हैं। इसे भी अति पवित्र बताया गया है।
राय बुलर भट्टी ने उपहार में दी थी जमीन
इतिहास के पन्नों में ऐसा उल्लेख मिलता है कि गुरु नानक देवजी के जन्म के समय इस स्थान का राय बुलर भट्टी था और इसे रायपुर के नाम से जाना जाता था। गुरु नानक के पिता उनके यहां कर्मचारी थे, लेकिन राय बुलर भट्टी ने ही सबसे पहले उनके विचारों को पहचाना और इस बच्चे के भविष्य में प्रसिद्ध होने के संकेत दिए। राय बुलर ने उन्हें तलवंडी के आसपास 20 हजार एकड़ जमीन उपहार में दी थी। हालांकि तब खुद नानक देवजी को भी नहीं पता था कि एक दिन इस जगह का नाम उनके ही नाम पर ननकाना साहिब होगा।
9 और गुरूद्वारे
पाकिस्तान में स्थित ननकाना साहिब सबसे तेजी से विकसित हुए स्थानों में से एक है। यहां मुख्य गुरुद्वारे के आसपास ही 9 गुरुद्वारे और बने हैं जहां गुरु नानक देवजी के जीवन से जुड़े हुए विशेष तथ्यों को जानने मिलता है। यहां लगभग पूरी दुनिया से सिख धर्म के लोगों सहित अन्य श्रद्धालु, पर्यटकों का भी आना लगा रहता है।