भगवान सूर्य की इस विधि से करें पूजा, दुख होंगे दूर

भानु सप्तमी भगवान सूर्य की इस विधि से करें पूजा, दुख होंगे दूर

Bhaskar Hindi
Update: 2021-12-25 10:45 GMT
भगवान सूर्य की इस विधि से करें पूजा, दुख होंगे दूर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पौष मास की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि यानी कि 26 दिसंबर रविवार को भानु सप्तमी है। भानु सप्तमी के दिन सूर्य देव की पूजा पूरे विधि विधान से की जाती है। माना जाता है कि, इस दिन अगर कोई सूर्य भगवान की पूजा करे, तो उसके सभी दुःख दूर हो जाते हैं। सूर्य भगवान को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है, ब्राह्मांड में सूर्य के चारों तरफ सभी ग्रह चक्कर काटते हैं। सूर्य देव की कृपा से व्यक्ति सेहतमंद और सुखी रहता है।

इस दिन सूर्य देव को खुश करने के लिए आदित्य हृदय और अन्य सूर्य स्त्रोत पढ़ना और सुनना शुभ माना जाता है। इससे आप निरोगी रहते हैं। वैसे भी प्रतिदिन सूर्य को जल चढ़ाने से बुद्धि का विकास होता है और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। बता दें कि, जब भी किसी माह की सप्तमी तिथि को रविवार होता है, उस दिन भानु सप्तमी का योग बनता है। 

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मुहूर्त
तिथि आरंभ: 25 दिसंबर, शनिवार रात 08 बजकर 09 बजे से 
तिथि समापन: 26 दिसंबर, रविवार रात 08:08 बजे 
व्रत: उदयातिथि अनुसार व्रत 26 दिसंबर को रखा जाएगा।

कैसे करें व्रत और पूजा?
यह दिन सूर्यनारायण के सातवें विग्रह का हैं, जो तेज रूप में पूरी सृष्टि में निवास करते हैं। अस्तु श्रीहरि भगवान विष्णु के नाम से जाने जाते हैं। इस दिन ‘विष्णवे नम:’ मंत्र से सूर्य की पूजा करनी चाहिए। ताम्र के पात्र में शुद्ध जल भरकर तथा उसमें लाल चंदन, अक्षत, लाल रंग के फूल आदि डालकर सूर्यनारायण को अर्ध्य देना चाहिए। इस दिन एक समय बिना नमक का भोजन सूर्यास्त से करना चाहिए। सूर्य देव को इस सप्तमी पर तिल और चावल की खिचड़ी का भोग लगाने के साथ बिजौरा नींबू समर्पित करना चाहिए।

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भानु सप्तमी पूजा का महत्त्व...
पौराणिक ग्रंथों और शास्त्रों में भानु सप्तमी के पर्व को सूर्य ग्रहण के समान प्रभावकारी बताया गया है। इसमें जप, होम, दान आदि करने पर उसका सूर्य ग्रहण की तरह अनन्त गुना फल प्राप्त होता है। सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं। इनकी अर्चना से मनुष्य को सब रोगों से छुटकारा मिलता है। जो भी इस दिन भक्ति और भाव से सूर्यनारायण को अर्ध्य देकर नमस्कार करता है, वह कभी भी अंधा, दरिद्र, दु:खी और शोकग्रस्त नहीं रहता है। इस दिन भगवान सूर्यनारायण के निमित्त व्रत करते हुए उनकी उपासना करने से अत्यधिक पुण्य प्राप्त होता है।

भानु सप्तमी के दिन सूर्य की पूजा करने से स्मरण शक्ति बढ़ती हैं। इस दिन भगवान सूर्य को जल चढ़ाने से शुद्ध मन और बुद्धि का विकास एवं मानसिक शांति मिलती हैं। इस दिन दान का भी महत्व होता है जिससे घर में लक्ष्मी का वास होता है। इस दिन अच्छे स्वास्थ और लम्बी आयु, यश, एंव अकाल मृत्यु पर विजय पाने के लिए भगवान् सूर्य देव का व्रत जरूर करें। प्रातः काल स्नान करके एक लोटे में शुद्ध जल ले उसमे थोडा गंगाजल, थोडा गाय का कच्चा दूध, कुछ साबुत चावल, फूल, थोडा शहद मिला कर सूर्य देव को अर्घ दे।

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