अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए करें ये व्रत, जानें महत्व और पूजा विधि

भानु सप्तमी अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए करें ये व्रत, जानें महत्व और पूजा विधि

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-06 06:06 GMT
अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए करें ये व्रत, जानें महत्व और पूजा विधि

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक मास की शुक्ल पक्ष पर रविवार को पड़ने वाली सप्तमी को भानु सप्तमी के रूप में मनाया जाताा है। इस बार यह तिथि 8 मई 2022 को पड़ रही है। भानु सप्तमी जैसा कि नाम से जान पड़ता है यह दिन सूर्य देव को समर्पित है। माना जाता है कि भानु सप्तमी के दिन जो लोग भगवान सूर्य की पूजा करते हैं उन्हें धन, दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। यह भी माना जाता है कि भानु सप्तमी का व्रत करने से व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

आपको बता दें कि, सूर्य भगवान को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है, ब्राह्मांड में सूर्य के चारों तरफ सभी ग्रह चक्कर काटते हैं। इस दिन सूर्य देव को खुश करने के लिए आदित्य हृदय और अन्य सूर्य स्त्रोत पढ़ना और सुनना शुभ माना जाता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस तिथि‍ को पूर्व दिशा की ओर मुख कर, सूर्योदय की लालिमा के समय स्नान करने से लाभ मिलता है। 

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व्रत और पूजा विधि
यह दिन सूर्यनारायण के सातवें विग्रह का है, जो तेज रूप में पूरी सृष्टि में निवास करते हैं। अस्तु श्रीहरि भगवान विष्णु के नाम से जाने जाते हैं। इस दिन ‘विष्णवे नम:’ मंत्र से सूर्य की पूजा करनी चाहिए। ताम्र के पात्र में शुद्ध जल भरकर तथा उसमें लाल चंदन, अक्षत, लाल रंग के फूल आदि डालकर सूर्यनारायण को अर्ध्य देना चाहिए। इस दिन एक समय बिना नमक का भोजन सूर्यास्त से करना चाहिए। सूर्य देव को इस सप्तमी पर तिल और चावल की खिचड़ी का भोग लगाने के साथ बिजौरा नींबू समर्पित करना चाहिए।

इन मंत्रों का करें जाप
ॐ घृणि सूर्याय नम:
ॐ सूर्याय नम:”
ॐ नमस्ते रुद्ररूपाय रसानां पतये नम:. वरुणाय नमस्तेsस्तु

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भानु सप्तमी पूजा का महत्त्व
पौराणिक ग्रंथों और शास्त्रों में भानु सप्तमी के पर्व को सूर्य ग्रहण के समान प्रभावकारी बताया गया है। इसमें जप, होम, दान आदि करने पर उसका सूर्य ग्रहण की तरह अनन्त गुना फल प्राप्त होता है। सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं। इनकी अर्चना से मनुष्य को सब रोगों से छुटकारा मिलता है। जो भी इस दिन भक्ति और भाव से सूर्यनारायण को अर्ध्य देकर नमस्कार करता है, वह कभी भी अंधा, दरिद्र, दु:खी और शोकग्रस्त नहीं रहता है। इस दिन भगवान सूर्यनारायण के निमित्त व्रत करते हुए उनकी उपासना करने से अत्यधिक पुण्य प्राप्त होता है।

भानु सप्तमी के दिन सूर्य की पूजा करने से स्मरण शक्ति बढ़ती हैं। इस दिन भगवान सूर्य को जल चढ़ाने से शुद्ध मन और बुद्धि का विकास एवं मानसिक शांति मिलती हैं। इस दिन दान का भी महत्व होता है जिससे घर में लक्ष्मी का वास होता है। इस दिन अच्छे स्वास्थ और लम्बी आयु, यश, एंव अकाल मृत्यु पर विजय पाने के लिए भगवान सूर्य देव का व्रत जरूर करें। प्रातः काल स्नान करके एक लोटे में शुद्ध जल ले उसमे थोड़ा गंगाजल, थोड़ा गाय का कच्चा दूध, कुछ साबुत चावल, फूल, थोड़ा शहद मिला कर सूर्य देव को अर्घ दें।

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