सॉफ्ट टारगेट की हत्याओं को रोकने के लिए कश्मीर के गांवों में रात में गश्त कर रही है पुलिस
जम्मू-कश्मीर सॉफ्ट टारगेट की हत्याओं को रोकने के लिए कश्मीर के गांवों में रात में गश्त कर रही है पुलिस
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने कश्मीर के गांवों में रात में गश्त शुरू कर दी है। पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने बुधवार को जानकारी दी। कुछ पत्रकारों से बात करते हुए, आईजीपी ने कहा कि पुलवामा में दो गैर-स्थानीय मजदूरों पर हाल के हमलों में शामिल आतंकवादियों की पहचान की गई है। पिछले साल दिसंबर से अब तक 66 आतंकवादी मारे गए हैं।
पुलिस ने सुरक्षा बलों के साथ कश्मीर के दूरदराज के गांवों में रात की गश्त शुरू कर दी है, जहां गैर-स्थानीय लोग काम करते हैं और कश्मीरी पंडित रहते हैं, ताकि आसान ठिकानों पर आतंकवादी हमलों को रोका जा सके।
पुलवामा में गैर-स्थानीय लोगों और एक कश्मीरी पंडित पर हमलों में शामिल आतंकवादियों की शोपियां के दूरदराज के गांव में की पहचान की गई है। विदेशी आतंकवादी खुद को सुरक्षित रखने के लिए स्थानीय लोगों को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन हम विदेशी आतंकवादियों को ट्रैक कर रहे हैं। जिसके बाद या तो उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे या मुठभेड़ों में मार देंगे।
त्राल मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकवादी खोनमोह (श्रीनगर) में एक सरपंच, समीर अहमद की हत्या के अलावा ग्रेनेड फेंकने की घटनाओं आदि सहित अन्य हमलों की एक श्रृंखला में शामिल थे। आईजीपी ने कहा कि वे श्रीनगर में काम कर रहे थे और हाल ही में त्राल में शिफ्ट हुए थे।
आईएएनएस