एक्शन: नौ दिन में लोकायुक्त की दूसरी रेड, अब न्यूटन पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा
- लोकायुक्त टीम का बड़ा एक्शन
- रिश्वत लेते हुए पटवारी हुआ गिरफ्तार
- ऋण पुस्तिका बनाने के लिए मांगे थे दस हजार
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/परासिया। लोकायुक्त ने रेड मारते हुए पिछले नौ दिनों में दूसरे पटवारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। बुधवार को दोपहर तहसील कार्यालय के सामने परासिया में लोकायुक्त की टीम ने न्यूटन चिखली हल्का नंबर 5 पटवारी 40 वर्षीय कमल गढ़ेवाल को 7 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। पटवारी ने ऋण पुस्तिका बनाने के नाम पर दस हजार रुपए की डिमांड की थी जहां बुधवार को दोपहर सात हजार रुपए लेते हुए पटवारी को लोकायुक्त की टीम ने धर दबोचा। शिकायतकर्ता गुलफाम पिता गुजुन अंसारी ने बताया कि न्यूटन चिखली कलॉ में 9 हजार वर्ग फीट का प्लॉट खरीदी में ऋण पुस्तिका बनाने के नाम पर 10 हजार रुपए मांगने पर लोकायुक्त को शिकायत की गई थी। इसकी पहली किश्त के रूप में 7 हजार रुपए की राशि लेते हुए पटवारी पकड़ाया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाही हुई है। उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी लोकायुक्त की कार्रवाई में छिंदवाड़ा में एक पटवारी को रिश्वत लेते पकड़ा गया था।
तीन माह से लटका रहा था पटवारी
शिकायतकर्ता 30 वर्षीय गुलफाम पिता गुजुन अंसारी ने बताया कि उनकी बहन गुन्नार अंसारी ने न्यूटन चिखली में जमीन खरीदी है, जिसकी ऋण पुस्तिका बनाने 3 माह से पटवारी लटका रहा था। हर बार किसी ना किसी कारण से मामले को टाला जा रहा था जिसके कारण उसने मानसिक रूप से परेशान होकर लोकायुक्त जबलपुर में शिकायत की थी।
बैंक के सामने हो रहा था लेन-देन, वहीं दबोचा
बुधवार दोपहर 12.45 पटवारी ने राशि के लिए हितग्राही को परासिया आईसीआई बैंक के सामने बुलाया। यहां राशि का लेनदेन होते ही लोकायुक्त टीम ने आरोपी को धर दबोचा। टीम आरोपी को लेकर तहसील कार्यालय पहुंची, जहां पटवारी के पास से रिश्वत की राशि जब्त कर उनके हाथ धुलाएं और गुलाबी कलर निकलने पर उक्त दृव्य को बोतल मेंं सुरक्षित रखा। इस कार्रवाही में लोकायुक्त टीम के इंस्पेक्टर कमल सिंह उइके और इंस्पेक्टर भूपेन्द्र कुमार दीवान और 5 अन्य शामिल रहे।
छिंदवाड़ा में भी हुई थी कार्रवाई
14 मई को छिंदवाड़ा में भी 12 हजार की रिश्वत लेते जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने पटवारी रोहित मालवी को रंगे हाथ पकड़ा था। कृषि भूमि के नक्शा दुरुस्ती के नाम पर पटवारी द्वारा ये राशि पीडि़त किसान से मांगी जा रही थी। आरोपी पटवारी चारगांव प्रहलाद में पदस्थ है। लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार अधिनियम की अलग-अलग धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए पटवारी को मुचलके पर जमानत दे दी है।