तबियत बिगड़ी: शिवसेना नेता पाटिल के समर्थन में रैली को संबोधित करते हुए गडकरी को आया चक्कर
- नितिन गडकरी को चक्कर आ गया
- डॉक्टर को बुलाया गया
- कार्यकर्ताओं ने तुरंत गडकरी को गिरते हुए संभाल
डिजिटल डेस्क, यवतमाल। एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना की नेता राजश्री पाटिल के समर्थन में रैली को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी को चक्कर आ गया। वे जब रैली को संबोधित कर रहे थे, तब उन्हें चक्कर आया। तभी मंच पर मौजूद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तुरंत गडकरी को गिरते हुए संभाल लिया। मंच पर गडकरी के लिए डॉक्टर को बुलाया गया था, इसके कुछ देर बाद उन्होंने रैली को संबोधित किया।
नितिन गडकरी को चक्कर आने का वीडियो एक्स पर भी है, क्योंकि रैली का लाइव स्ट्रीमिंग चल रहा था। जिसमें दिखता है कि नितिन गडकरी को भाषण के दौरान ही चक्कर आ गया। तभी मंच पर खड़े नेता उन्हें संभाल लेते हैं। उन्हें पीछे की ओर ले जाया जाता है। प्राथमिक उपचार के बाद वे मंच पर आते हैं और संबोधन पूरा करते हैं।
रैली के बाद x पर गडकरी ने संदेश पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा था कि वे अब स्वास्थ महसूस कर रहे हैं।
पुसद, महाराष्ट्र में रैली के दौरान गर्मी की वजह से असहज महसूस किया। लेकिन अब पूरी तरह से स्वस्थ हूँ और अगली सभा में सम्मिलित होने के लिए वरूड के लिए निकल रहा हूँ। आपके स्नेह और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, हिंगोली, नांदेड़ और परभणी के साथ यवतमाल में 26 अप्रैल, शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान होना है। इसके पहले नागपुर लोकसभा क्षेत्र में चुनाव हो चुके हैं, जिसमें गडकरी बीजेपी उम्मीदवार मैदान में भाग्य आजमा चुके हैं।
पुसद, महाराष्ट्र में रैली के दौरान गर्मी की वजह से असहज महसूस किया। लेकिन अब पूरी तरह से स्वस्थ हूँ और अगली सभा में सम्मिलित होने के लिए वरूड के लिए निकल रहा हूँ। आपके स्नेह और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।
— Nitin Gadkari (मोदी का परिवार) (@nitin_gadkari) April 24, 2024
बता दें कि महाराष्ट्र के बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, हिंगोली, नांदेड़ और परभणी के साथ यवतमाल में 26 अप्रैल, शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान होना है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी महाराष्ट्र के लोकप्रिय नेताओं में एक हैं। उन्हें जब चक्कर आया तो नेताओं ने घेरा बना लिया था। वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। महाराष्ट्र में इस बार भाजपा एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ मिलकर गठबंधन बनाया गया है, जिसे महायुति का नाम दिया गया है, जबकि कांग्रेस, उद्धव सेना और शरद पवार की एनसीपी के गठजोड़ को महा विकास अघाड़ी का नाम मिला है।