Yavatmal News: वणी विधानसभा क्षेत्र में हर दस वर्ष बाद जनता ने बदला अपना प्रतिनिधि
- 8 बार कांग्रेस और 5 बार भाजपा, शिवसेना, भाकपा तथा निर्दलीय ने किया क्षेत्र का प्रतिनिधित्व
- विधानसभा चुनावों के इतिहास हर दस वर्ष बाद जनता ने नेतृत्व परिवर्तन किया
Yavatmal News : बीरेंद्र चौबे। जिले के वणी विधानसभा क्षेत्र में अब तक हुए विधानसभा चुनावों के इतिहास हर दस वर्ष बाद जनता ने नेतृत्व परिवर्तन किया है। लेकिन अन्य दलों की अपेक्षा यहां पर कांग्रेस ने ही अधिक समय पर राज किया है। हर दस वर्ष बाद जनता ने यहां पर अपना प्रतिनिधि बदला है। पिछले दस वर्ष से संजीव बोदकुरवार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं और भाजपा ने उन पर विश्वास जताते हुए तीसरी बार फिर से उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है। ऐसे में यहां पर इतिहास फिर एक बार दोहराया जाएगा या फिर बोदकुरवार हैट्रिक बनाएंगे यह देखना दिलचस्प साबित होगा। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में संजीवरेड्डी बोदकुरवार को 67,710 वोट मिले थे। उस समय उन्होंने 27,795 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी वामन कासावार को हराया था। कासावार को 39,915 वोट मिले थे। वैसे वणी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की बागडोर अधिकांश समय करीब आठ बार कांग्रेस के ही हाथ में रही।
पांच बार विरोधियों को जनसेवा का मौका मिला। इसमें दो बार भाजपा के बोदकुरवार, एक बार शिवसेना के विश्वास नांदेकर, एक बार भाकप के नामदेव काले और एक बार निर्दलीय दादा नांदेकर मात्र 94 वोटों से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। कांग्रेसियों में विट्ठल गोहोकार दो बार, बापूराव पानघाटे दो बार तथा वामनराव कासावार चार बार चुनाव जीतकर इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इस बार उध्दव ठाकरे गुट ने भी इस निर्वाचन क्षेत्र पर दावा किया था जिससे यह सीट शिवसेना (उबाठा) गुट को मिली और बुधवार को शिवसेना ने (उबाठा) न संजय देरकर को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। दूसरी ओर भाजपा ने एक बार फिर संजीवरेड्डी बोदकुरवार को यहां से चुनाव मैदान में उतारा है। अब वे अपना हैट्रिक का सपना पूरा कर पाते हैं या जनता फिर से नेतृत्व परिवर्तन करती है यह तो आनेवाला समय ही बताएगा।
गत 57 वर्ष के इतिहास पर एक नजर
1962 विट्ठल गोहोकार (कांग्रेस)
1967 विट्ठल गोहोकार (कांग्रेस)
1972 दादा नांदेकर (निर्दलीय)
1978 बापूराव पानघाटे (कांग्रेस)
1980 बापूराव पानघाटे (कांग्रेस)
1985 नामदेव काले (भाकप)
1990 वामन कासावार (कांग्रेस)
1995 वामन कासावार (कांग्रेस)
1999 वामन कासावार (कांग्रेस)
2004 विश्वास नांदेकर (शिवसेना)
2009 वामन कासावार (कांग्रेस)
2013 संजीवरेड्डी बोदकुरवार (भाजपा)
2019 संजीवरेड्डी बोदकुरवार (भाजपा)